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7 या 8 दिसंबर जानें कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा

  अगहनमार्गशीर्ष पूर्णिमा की तिथि को लेकर भी इस बार कंफ्यूजन है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद से पौष मास शुरू हो जाता है। इस बार मार्गशीर्ष ...

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अगहनमार्गशीर्ष पूर्णिमा की तिथि को लेकर भी इस बार कंफ्यूजन है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद से पौष मास शुरू हो जाता है। इस बार मार्गशीर्ष पूर्णिमा 7 दिसंबर को सुबह शुरू हो रही है और अगले दिन 8 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक समाप्त हो जाएगी। इसलिए लोग 7 और 8 दिसंबर की तारीख को लेकर कंफ्यूजन है। स्नान और दान की पूर्णिमा और व्रत की पूर्णिमा को लेकर कंफ्यूजन है। इस दिन दत्तात्रेय जयंती मनाई जाती है। पूरे दिन पूर्णिमा तिथि व्याप्त होने के कारण कुछ लोग 7 दिसंबर को पूर्णिमा मना रहे हैं, वहीं उदया तिथि को मानने वाले 8 दिसंबर को पूर्णिमा तिथि मना रहे हैं।

कहा जाता है कि पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा होते हैं। इस दिन हर तरह की मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। पूर्णिमा तिथि के दिन दान, स्नान और ध्यान का विशेष महत्व होता है।  इस दिन जो अपने पितरों का तर्पण करता है, उन्हें पितृदोष से मुक्ति मिलती है। 

मार्गशीर्ष पूर्णिमा तिथि और शुभ मुहूर्त-

- मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा 07 दिसंबर सुबह 08:01 मिनट से प्रारंभ होकर 08 दिसंबर सुबह 08:37 मिनट पर समाप्त होगी।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन कैसे करें स्नान और ध्यान-

स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें।
जल में तुलसी के पत्ते डालें।
जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें।
इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें।
अब सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें।
मंत्र जाप के बाद सफेद वस्तुओं और जल का दान करें।
रात को चंद्रमा को अर्घ्य जरूर दें।