नई दिल्ली. टेरर फंडिंग के मामले में पीएफआई के दफ्तरों पर चली एनआईए की मैराथन छापेमारी के विरोध में आज दक्षिण भारतीय राज्यों में पीएफआई का...
नई दिल्ली. टेरर फंडिंग के मामले में पीएफआई के दफ्तरों पर चली एनआईए की मैराथन छापेमारी के विरोध में आज दक्षिण भारतीय राज्यों में पीएफआई कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। केरल में पीएफआई ने एक दिन के बंदी का ऐलान किया है। जिसका असर पूरे राज्य में दिख रहा है। प्रदर्शन के दौरान केरल के कई जिलों से हिंसा की खबरें भी सामने आई है। तमिलनाडु में भी तोड़फोड़ की गई है। कोयबंटूर में बीजेपी दफ्तर पर केरोसिन बम से हमला किया गया है।
केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कार्यकर्ता कई जगह हिंसा पर उतारू हो गए है। वाहनों में तोड़फोड़ की कई तस्वीरें सामने आई है। केरल की राजधानी तिंरुवनंतपुरम में ऑटो, बस, कार में तोड़फोड़ की गई। केरल के कोल्लम जिले में पीएफआई वर्कस के हमले में बाइकसवार पुलिस के दो जवान जख्मी हो गए। कोच्चि में सरकारी बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की गई है। तिरुवनंतपुरम में भी तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही है।
एक दिन पहले गुरुवार को एनआईए ने 11 राज्यों में पीएफआई के दफ्तरों पर छापेमारी अभियान चलाया था। इस दौरान पीएफआई के 106 कार्यकर्ता-नेता गिरफ्तार किए गए थे। इस छापेमारी के विरोध में केरल, तमिलनाडु में पीएफआई विरोध प्रदर्शन कर रही है। बता दें कि पीएफआई पर देश में आतंकवादी गतिविधियों का कथित रूप से वित्तपोषण करने का आरोप है।
इस छापेमारी के खिलाफ हड़ताल का ऐलान करते हुए पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सथार ने कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार की ओर से केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को दबाने के प्रयास के खिलाफ राज्य में 23 सितंबर को हड़ताल का आयोजन किया जाएगा।’

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