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दुर्ग जिले में कोरोना के 67 नए मरीज चिन्हित किए, 10 स्वस्थ्य हुए

    दुर्ग। एक दिन की राहत के बाद सोमवार को जिले में कोरोना के नए मरीज फिर बड़ी संख्या में मिले हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी ...

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दुर्ग। एक दिन की राहत के बाद सोमवार को जिले में कोरोना के नए मरीज फिर बड़ी संख्या में मिले हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को जिले में कोरोना के 67 नए मरीज चिन्हित किए गए हैं।

वहीं पुराने संक्रमित मरीजों में से 10 स्वस्थ्य हुए हैं। रविवार को कोरोना के सिर्फ नौ नए मरीज मिले थे,कम संख्या में मरीज मिलने पर प्रशासन राहत महसूस कर रहा था।

लेकिन सोमवार को फिर बड़ी संख्या में मरीज मिल गए। वर्तमान में जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 325 तक पहुंच हई है। संक्रमित मरीजों में से अधिकांश भिलाई निगम क्षेत्र के है। वहीं दुर्ग,रिसाली,निकुम,पाटन,चरोदा क्षेत्र से भी रोजाना नए मरीज मिल रहे हैं।

होगा व्यापक वैक्सीनेशन, टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी

कोरोना को लेकर बेहद सजगता जरूरी है और अगले पंद्रह दिनों में स्वास्थ्य अमला व्यापक वैक्सीनेशन और टेस्टिंग को लेकर काम करें। दुर्ग जिले में कोविड के मामले बढ़े हैं। अभी 272 एक्टिव केस हैं। इनमें से सात अस्पताल में हैं।

ऐसे में कोविड के मामलों के बढ़ने की आशंका को ध्यान में रखते हुए पूरे सिस्टम का हर समय अलर्ट मोड पर रहना आवश्यक है। यह निर्देश कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में दिए।

बैठक में कलेक्टर ने इलाज के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही यह भी कहा कि यह देख लें कि हमारे सारे इंस्ट्रूमेंट प्रभावी स्थिति में हों। एक निगरानी दल बनाकर इसका सर्टिफिकेट अगले दो-तीन में प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने कहा कि हेल्थ सेंटर में टेस्टिंग पर विशेष रूप से फोकस किये जाने की जरूरत है।

जिन मामलों में कोविड ट्रेस किया गया है उनके प्राइमरी कांटैक्ट पर भी नजर रखी जाए। इसके साथ ही स्टेशन आदि जगहों पर प्रभावी टेस्टिंग की व्यवस्था की मानिटरिंग करते रहें। कलेक्टर ने कहा कि वैक्सीनेशन कोविड को लेकर सबसे प्रभावी टूल है।

वैक्सीनेशन के टारगेट पर नजर रखें। फ्रंटलाइन वर्कर सहित सभी वर्गों के लोगों का डोज पूरा हो यह देख लें। जो स्कूली बच्चे वैक्सीनेशन से छूट गए हैं,उन्हें भी वैक्सीनेशन के दायरे में लाएं।

हाट बाजारों का मांगा डाटाः कलेक्टर ने पिछले तीन महीने का हाट बाजारों का डाटा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मांगा। उन्होंने कहा कि स्टेट में देखें तो प्रति हाटबाजार 60 मरीज आते हैं।

जिन हाट बाजारों में मरीज कम आए हैं। उनके संबंध में विशेष रूप से रिव्यू करना होगा कि यहां मरीजों की संख्या कम क्यों है और इसे बढ़ाने के लिए क्या किया जा रहा है।उन्होंने हेल्थ कार्ड के संबंध में भी जानकारी ली।