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वर्धा की तर्ज पर नवा रायपुर में बनेगा सेवा ग्राम

  *महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को आगे बढ़ाएगी परियोजना *सेवा ग्राम के जरिए गांधीवादी विचारधारा से जुड़ेंगे युवा *सेवा ग्राम में...

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*महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को आगे बढ़ाएगी परियोजना

*सेवा ग्राम के जरिए गांधीवादी विचारधारा से जुड़ेंगे युवा

*सेवा ग्राम में बुजुर्गों के लिए दूसरा घर और वंचितों के लिए भी स्कूल

*सेवा ग्राम के लिए 75 एकड़ भूमि चिन्हांकित

*सांसद श्री राहुल गांधी 03 फरवरी 2022 को रखेंगे सेवा ग्राम की आधारशिला 

रायपुर ।

असल बात न्यूज़।।

 देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर महात्मा गांधी की ग्राम-स्वराज की संकल्पना को अक्षुण्ण रखने के लिए छत्तीसगढ़ के नवा-रायपुर में भी वर्धा की तर्ज पर सेवा-ग्राम की स्थापना की जा रही है। देश की आजादी की लड़ाई के मूल्यों, सिद्धांतों, आदर्शों को भी सेवा ग्राम में रेखांकित किया जाएगा। सांसद  राहुल गांधी 03 फरवरी को साइंस कॉलेज रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में इस सेवा ग्राम की आधारशिला रखेंगे। 

महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप नवा रायपुर में बनने वाले सेवा ग्राम में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं आत्मनिर्भर-ग्राम की कल्पना को साकार करने के लिए सभी प्रकार के कारीगरों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। यह परियोजना गांधी-दर्शन को याद रखने और सीखने की प्रेरणा देगी। साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन की यादों और राष्ट्रीय इतिहास को भी इसके माध्यम से जीवंत रखा जा सकेगा।

नवा-रायपुर में बनने वाले सेवा ग्राम के लिए 75 एकड़ की जमीन चिन्हांकित की गई है। इसे ग्रामीण परिवेश के रूप में विकसित किया जाएगा। सेवा ग्राम में छत्तीसगढ़ की परंपरागत ग्रामीण भवन शैली की झलक दिखेगी। निर्माण कार्यों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री का उपयोग होगा। यहां की सड़के भी ग्रामीण परिवेश के अनुरूप होंगी। सेवा ग्राम तक पूरा क्षेत्र हरियाली से भरपूर रहेगा। आश्रम का पूरा वातावरण आत्मिक शांति प्रदान करेगा। 


 सेवा-ग्राम के निर्माण में मिट्टी, चूना, पत्थर जैसी प्राकृतिक वस्तुओं का उपयोग करते हुए किया जाएगा। सेवाग्राम में गांधीवादी सिद्धांतों, ग्रामीण कला और शिल्प के केंद्र विकसित किए जाएंगे, जहां अतिथि विषय-विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। यहां छत्तीसगढ़ की लोक कलाओं को प्रोत्साहन साथ ही वहां वृद्धाश्रम तथा वंचितों के लिए स्कूल भी स्थापित किए जाएंगे। बुजुर्गों को दूसरा घर देकर और वैचारिक आदान-प्रदान की सुविधा होगी। साथ ही विजिटर्स सेंटर और गांधी के सिद्धांतों को स्मरण करने का केंद्र होगा।


सेवा ग्राम में छत्तीसगढ़ की विशिष्ट कला और शिल्प कला भी दिखेगी। यहां के विभिन्न कार्याें बस्तर, रायगढ़ और अन्य जिलों में बेल मेटल, लौह, टेराकोटा, पत्थर, कपड़े और बांस का उपयोग करके विभिन्न कलात्मक वस्तुओं से सजाया जाएगा। वास्तव में सेवाग्राम एक ऐसा स्थान होगा जहां आगंतुक स्थानीय कला और शिल्प, स्थानीय व्यंजनों को बारे में जान सकेंगे। अपनी जानकारियों और अनुभवों को साझा कर सकेंगे। सेवा ग्राम में एक ओपन थियेटर भी होगा, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इससे पर्यटन के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। 

गौरतलब है कि इस परियोजना के पीछे महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित सेवाग्राम है, जिसकी स्थापना वर्ष 1936 में महात्मा गांधी और उनकी सहधर्मिणी कस्तूरबा के निवास के रूप की गई थी, ताकि वहां से वे मध्य भारत में स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व कर सकें। वर्धा का यह संस्थान महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप ग्रामीण भारत के पुननिर्माण का केंद्र भी था। गांधीजी का मानना था कि भारत की स्थितियों में स्थायी रूप से सुधार के लिए ग्राम-सुधार ही एकमात्र विकल्प है। 

कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले वाहन चालकों के लिए

बनाया गया रूट प्लान

वीआईपी, वीवीआइपी एवं सामान्य यातायात के लिए

बनाया गया अलग-अलग मार्ग एवं पार्किंग व्यवस्था

राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में  3 फरवरी 2022 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के दौरान शहर में सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने एवं वीआईपी एवं सामान्य वाहन चालकों के बीच सुगम सुचारू व्यवस्था हेतु यातायात पुलिस रायपुर द्वारा रूट मैप तैयार किया गया है जिसके तहत कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले वीवीआइपी , वीआईपी एवं सामान्य नागरिकों के वाहनों के लिए अलग-अलग मार्ग एवं पार्किंग स्थल निर्धारित किया गया है जो निम्नानुसार है।

01. बलोदा बाजार, महासमुंद सरायपाली-बसना, धमतरी, गरियाबंद की ओर से आने वाले वाहन चालक राष्ट्रीय राजमार्ग 53 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 30 होकर रिंग रोड नंबर 1 से टाटीबंध चैक होकर महोबा बाजार चैक होते हुए यूनिवर्सिटी गेट के सामने निर्धारित पार्किंग स्थल बस डिपो एवं यूनिवर्सिटी गेट से होते हुए एनसीसी ग्राउंड पार्किंग स्थल में अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल प्रवेश करेंगे।

02. दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, कबीरधाम, बिलासपुर, मुंगेली की ओर से कार्यक्रम में सम्मिलित होने हेतु आने वाले वाहन चालक राष्ट्रीय राजमार्ग 53 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 से होकर टाटीबंध  से महोबा बाजार चैक होते हुए यूनिवर्सिटी गेट के सामने निर्धारित पार्किंग स्थल बस डिपो एवं यूनिवर्सिटी गेट के भीतर एनसीसी ग्राउंड पार्किंग स्थल में अपना वाहन पार्क है पैदल कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करेंगे। 

रायपुर शहर से कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले वाहन चालक जी.ई. रोड से होते हुए आश्रम तिराहा होकर निर्धारित एनआईटी पार्किंग स्थल एवं आयुर्वेदिक कॉलेज पार्किंग स्थल में अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करेंगे। 

03. शासकीय अधिकारी-कर्मचारी एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का वाहन साइंस कॉलेज ग्राउंड स्थित गोरे हॉस्टल पार्किंग में अपना वाहन पार्क करेंगे।

वीवीआइपी एवं वीआईपी मार्ग एवं पार्किंग व्यवस्था उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले वीवीआइपी एवं वीआईपी गणों का वाहन रिंग रोड नंबर 1 से होकर रायपुरा चैक, ओवरब्रिज से यू-टर्न होकर ठाकुर बार टर्निंग से गोल चैक-रोहणीपुरम हॉस्टल चैक से साइंस कॉलेज ग्राउंड में प्रवेश कर ऑडिटोरियम एवं प्रैक्टिस हॉकी ग्राउंड के सामने वाहन पार्क कर सकते हैं।