Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

राष्ट्रीय पोषण माह की सफलता के लिए बरबसपुर में किशोरियों की साइकिल रैली, दुर्ग शहर में भी रैली के साथ विशाल जन जागरूकता अभियान

  दुर्ग,पाटन । असल बात न्यूज़। जिले में भी राष्ट्रीय पोषण माह की सफलता के लिए आज से विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। इसके तहत कुपोषण मुक्ति...

Also Read

 

दुर्ग,पाटन । असल बात न्यूज़।

जिले में भी राष्ट्रीय पोषण माह की सफलता के लिए आज से विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। इसके तहत कुपोषण मुक्ति के प्रयासों को सफल बनाने जन जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।इसमें अधिक से अधिक लोगों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में दुर्ग शहर में विशाल पोषण रैली निकाली गई जिसमें लोगों का  बड़ा उत्साह नजर आया। खुद एक्टिवा चलाकर विधायक-महापौर-कलेक्टर ने रैली की अगुवाई की।रैली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी अत्यंत उत्साह पूर्वक हिस्सा लियापाटन के बरबसपुर गांव में बच्चों की साइकिल रैली निकाली गई जिसमें बच्चे बड़ी संख्या में स्कूली छात्राओं ने भी हिस्सा लिया। ऐसे कार्यक्रमों से जनप्रतिनिधियों तथा सामाजिक संगठनों के लोगों को भी जोड़ा जा रहा है।

 कुपोषण में कमी लाने के उद्देश्य से संचालित पोषण अभियान के तहत सितम्बर महीने को पूरे देश में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। । पोषण पखवाड़े के दौरान जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर हर हफ्ते अलग-अलग थीम आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार इसके तहत पहले हफ्ते पोषण वाटिका का विकास, दूसरे सप्ताह में पोषण हेतु योग एवं आयुष, तीसरे सप्ताह हाई बर्डन जिलों के आंगनबाड़ियों में हितग्राहियों को पोषण किट और सामग्री का वितरण और चौथे सप्ताह गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन एवं उन्हें पौष्टिक आहार वितरण के लिए अभियान का संचालन किया जाएगा।

कुपोषण से लड़ाई को लेकर दुर्ग जिले के नागरिक, प्रतिनिधिगण एवं अधिकारी कितना जज्बा और संकल्प रखते हैं यह आज राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत हुई पोषण रैली में दिखा। इसकी अगुवाई करने खुद विधायक श्री अरूण वोरा, महापौर श्री धीरज बाकलीवाल और कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने एक्टिवा चलाई। कलेक्ट्रेट से यह रैली निकली और शहर के महत्वपूर्ण लैंडमार्क से निकलती हुई मानस भवन में पहुंची। पीछे-पीछे महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं थीं। इस मौके पर विधायक श्री वोरा ने कहा कि बाइक रैली में जिस तरह से आप सभी का उत्साह दिखा है उससे पता चलता है कि कुपोषण के विरुद्ध हम सब कितने संकल्पित हैं। आप सभी इस क्षेत्र में बेहद शानदार काम कर रहे हैं। गांधी जयंती के अवसर पर जब मुख्यमंत्रीजी के निर्देश पर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आरंभ हुआ तब हम सबने संकल्प लिया था कि कुपोषण को दूर करने पूरी मेहनत से काम करेंगे। इसका जमीनी असर दिखा है। हमारे बच्चे सुपोषित होंगे तभी तो हम देश का भविष्य गढ़ सकेंगे। महापौर श्री धीरज बाकलीवाल ने कहा कि बच्चों के पोषण का असर उनके मानसिक शारीरिक विकास पर पड़ता है। यह सबसे प्राथमिकता का कार्य है। इस उम्र में हम बच्चों पर जितना ज्यादा ध्यान देंगे, उनकी बढ़त उतनी ही अच्छी होगी।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का क्रियान्वयन हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके लिए डीएमएफ के माध्यम से हमने पहल की है। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से और महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाफ की मदद से इस क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की गई है। यह कार्य बेहद संवेदनशील था और मुझे खुशी है कि हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कोरोना के कठिन दौर में लाकडाउन के बावजूद अपनी सेवाएं जारी रखीं। बच्चों तक रेडी टू ईट फूड पहुँचाया। कुपोषित बच्चों की मानिटरिंग करती रहीं। आज इस पोषण रैली में आपके साथ भागीदारी करने में बहुत खुशी हो रही है। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। श्री जैन ने इस मौके पर बताया की सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में पोषण रैली निकाली गई। 
*मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से 2 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के दायरे से बाहर आये*- मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान जिले में 2 अक्टूबर 2019 से आरंभ हुआ था। उस वक्त वजन त्योहार से जो आंकड़े आये उनमें बच्चों के कुपोषण का प्रतिशत जिले में 15.71 था और कुपोषित बच्चों की संख्या 15413 थी। अभियान आरंभ होने के बाद अब कुपोषण का प्रतिशत 13.49 रह गया है और कुपोषित बच्चों की संख्या 12322 है। इस प्रकार इस अवधि में तीन हजार से अधिक बच्चे कुपोषण के दायरे से बाहर आये हैं।
*लगभग ढाई करोड़ रुपए का किया गया व्यय*- इस योजना के अंतर्गत 6 माह से 54 माह के कुपोषित बच्चों तथा एनीमिक शिशुवती माताओं को गर्म भोजन, मूंगफली, सोया, गुड़ की चिक्की प्रदान की गई। हर दिन 10217 कुपोषित बच्चों को एवं 263 एनीमिक शिशुवती माताओं को इससे लाभान्वित किया जा रहा है। इसमें लगभग 2 करोड़ 63 लाख रुपए की राशि का व्यय आ रहा है। योजना की प्रभावी मानिटरिंग के लिए हमारा सुपोषित दुर्ग साफ्टवेयर बनाया गया है।


ग्राम बरबसपुर में अभी जन जागरूकता अभियान में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया।
इस साइकिल रैली को जिला पंचायत दुर्ग में महिला एवं बाल विकास विभाग के सभापति श्रीमती दुर्गा कमलेश नेताम  ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साइकिल रैली में सुधा सांगे,  स्वाति, कोमल, लालीमा, लोमेश्वरी हिमांशी नेताम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सुमित्रा सिंगे, देवकी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।