बेमेतरा ।  असल बात न्यूज़।

बेमेतरा जिले मे शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता पूर्व मे खरीफ फसल हेतु 255 हेक्टेयर व रबी फसल हेतु 223 हेक्टेयर था। छत्तीसगढ़ जल संसाधन विभाग मंत्रालय रायपुर ने इस योजना के रिमाडलिंग एवं लाईनिंग के साथ नहर विस्तार के लिए रू 758.01 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। वर्तमान में इस योजना से ग्राम रांकाजौंग व जेवराकरही के कृषकों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाना प्रस्तावित है।

इस योजना से खरीफ फसल में ग्राम रांका व जौंग के 400 हेक्टेयर व ग्राम जेवरा के 65 हेक्टेयर में नहर विस्तार से पानी दिया जायेगा। साथ ही साथ नहर विस्तार से जल संसाधन विभाग के करही जलाशय लघु सिंचाई योजना को भी इस योजना से भरा जावेगाजिससे करही व झलमला के कृषकों को खरीफ फसल के लिए 125 हेक्टेयर में सिंचाई सुगमता से उपलब्ध हो सकेगा। ग्राम रांका व जौंग में रबी फसल के लिए 223 हेक्टेयर मे सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराया जावेगा। नहर विस्तार से शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना से ग्राम जेवरा व करही जलाशय को पानी दिया जावेगाजिसके लिए ग्राम जेवरा में 850 मीटर भूमिगत पाईप बिछाकर सिमगा-कवर्धा राष्ट्रीय राजमार्ग 30 को बिना यातायात अवरोध (विदाउट ट्राफीक डिस्टरबेंस) किये राजमार्ग को पुशअप द्वारा पाईप डाला गया है। यह कार्य बेमेतरा जिले लिए विशेष उपलब्धि का कार्य है। वर्तमान में इस योजना की रूपांकित सिंचाई क्षमता खरीफ 320 हेक्टेयर व रबी 223 हेक्टेयर कुल 543 हेक्टेयर हैकिन्तु वास्तविकतानुसार इस योजना से खरीफ 465 हेक्टेयर व रबी 223 हेक्टेयर के साथ साथ करही जलाशय से 125 हेक्टेयर में अतिरिक्त सिंचाई हेतु पानी दिया जा सकेगा।

शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना से कुल 813 हेक्टेयर  में  सिंचाई हेतु पानी दिया जायेगा। बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम जेवरा में  निस्तारी के लिए ग्रीष्मकाल में कोई साधन नही हैजिससे ग्रीष्मकाल  में  ग्राम जेवरा के ग्रामीणो को निस्तारी हेतु पानी के लिए बहुत ही कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है। शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना के नहर विस्तार का कार्य पूर्ण होने पर ग्राम जेवरा के शीतला तालाब व भाटापारा तालाब को भरा जावेगाजिससे ग्राम जेवरा के ग्रामीणों की निस्तारी जल की समस्या का भी निदान होगा। इसी प्रकार इस योजना से ग्राम रांका के बनिया तालाब व बडे़ तालाब में भी निस्तारी हेतु जल भरा जावेगा। शिवनाथ उदवहन सिंचाई योजना से कृषकों को खरीफ व रबी फसल में सिंचाई हेतु पानी मिलने के साथ ही ग्राम रांकाजौंग व जेवरा के ग्रामीणों को निस्तारी हेतु पानी मिलेगा।