दुर्ग। असल बात न्यूज़। नई योजनाओं पर काम होने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कतों को दूर करने के उपाय किए जाएंगे। इसी कड़ी में नगपुरा डायवर्सन...
दुर्ग। असल बात न्यूज़।
नई योजनाओं पर काम होने से ग्रामीणों को हो रही दिक्कतों को दूर करने के उपाय किए जाएंगे। इसी कड़ी में नगपुरा डायवर्सन कैनाल के सड़क में समाहित हो जाने से बाधित हुई सिंचाई की सुविधा को दुरुस्त करने के लिए पुराने स्ट्रक्चर को ही ठीक कर किसानों को पानी देने, नया तालाब में नहर से पानी पहुंचाने बड़ी पुलिया का निर्माण करने जैसे निर्णय लिए गए हैं।ये दिक्कते अभी बोरई, नगपुरा, दमोदा क्षेत्र में सामने आई है जिस पर विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर ग्रामीण किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद उक्ताशय के लिए गये हैं।
दुर्ग जिले के ग्रामीण इलाकों में अभी कई योजनाओ पर काम चल रहा है जिनसे तोड़फोड़, मार्ग अवरुद्ध करने, निर्माण सामग्री की वजह से ग्रामीणों को तात्कालिक तौर पर दिक्कत नहीं हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के ग्राम ठेलकड़ीह से चिखली तक पहुंच मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। यह निर्माण कार्य एशियन विकास बैंक की योजना के तहत शुरू किया गया है। इन नए कार्यों से नगपुरा,बोरई, दमोदा के किसान प्रभावित हुए हैं।ठेलकडीह नांदगांव से चिखली दुर्ग तक के पहुंच मार्ग की लंबाई लगभग 19 किलोमीटर है। बताया जाता है कि मार्ग के चौडीकरण कार्य पिछले दो वर्ष से चल रहा है ।उक्त सड़क के चौड़ीकरण में नगपुरा ड्रायवर्सन केनाल जिसकी लंबाई लगभग 200 मीटर है को पूरी तरह से सड़क में समाहित कर दिया गया है । इससे किसानों को नहर से मिलने वाले पानी का मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है।
एशियन विकास बैंक की प्रोजेक्ट से ठेलकडीह चिखली मार्ग के चौड़ीकरण से नगपुरा ,बोराई, दमोंदा के किसानों की समस्या को देखते हुए इसके निदान के लिए क्षेत्रीय विधायक तथा राज्य के लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश तथा जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती शालिनि रिवेंद्र यादव की पहल पर जनप्रतिनिधियों ने ए डी बी तथा सिचाई विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ मौका निरीक्षण किया और वस्तुस्थिति की जानकारी ली इसके बाद इन समस्याओं के समाधान के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
प्रदेश में विभिन्न जिलों में एशियन विकास बैंक के प्रोजेक्ट से सड़क निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य चल रहे है जिसकी वजह से जिसके कारण किसानों को सिचाई सुविधा प्रभावित होने की शिकायतें सामने आई है। उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों ने भी बताया है कि उनके क्षेत्र में भी सड़क निर्माण से सिंचाई की सुविधा प्रभावित हो गई है। स्थानीय कृषको व जनप्रतिनिधियो के द्वारा सिचाई विभाग व सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी को इसकी जानकारी कई बार दी गई लेकिन टालमटोल व लापरवाही के कारण मामले में कोई हल नहीं निकल सका। अधिकारियों से बातचीत में निर्णय लिया गया है कि स्थाई नाली का निर्माण नहीं होने तक इस साल बारिस को देखते हुए पुराने स्ट्रक्चर को ही संधारित कर किसानों को पानी सुविधा प्रदान की जाएगी। वहां केनाल को पार करने वाले मार्ग पुलिया को भी बंद कर दिया गया है जिसे नया पाइप बिछाकर मार्ग को व्यवस्थित किया जाएगा। कार्यपालन अभियंता माहेश्वरी द्वारा इसका आश्वासन दिया गया है। सड़क निर्माण कार्य से बोराई में सिचाई के पुराने केनाल भी प्रभावित हो गया है जिसको बचाने ,गांव के नया तालाब में नहर से निस्तारी हेतु पानी पहुंचाने के बड़े पुलिया निर्माण की सहमति दी गई है व दमोंदा जलाशय के पास सड़क के अंधे मोड़ को ठीक करने के लिए ए डी बी सडक विभाग द्वारा बिना सहमति के निर्माण कार्य से बांध में पानी आवक और वेस्टवियर उलट की व्यवस्था खत्म कर दिया गया था जिसे तकनीकी तौर पर निर्माण किये जाने का भी मसौदा तैयार किया गया ताकि जलाशय के सही पानी भरान हो सके और कृषकों को सिचाई सुविधा मिल सके। विभागीय अधिकारियों व सड़क निर्माण एजेंसी द्वारा सकारात्मक पहल करने के आश्वासन पर कृषको ने भी सहमति दिया है।
स्थल निरीक्षण करने पहुंचे जनप्रतिनिधि यो में शालिनि रिवेंद्र यादव अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग ,भूपेंद्र रिगरी सरपंच नगपुरा ,माहेश्वरी कार्यपालन अभियंता के डी बी प्रोजेक्ट लोक निर्माण विभाग ,श्याम साहू एस डी ओ लोक निर्माण विभाग ,रवि कुमार तकनीकी प्रभारी ए डी बी प्रोजेक्ट ,ललित कोरी एस डी ओ जल संसाधन ,सोनी उपयंत्री जल संसाधन विभाग ,टीकम साहू सरपंच प्रतिनिधि ,ताम्रध्वज सिन्हा ,अमरनाथ देशमुख ,मोंटू मांडले ,आनंद राम साहू ,धनेश्वर पाण्डेय ,बलराम कौशिक सहित कृषक गण शामिल थे।