दुर्ग, भिलाई। असल बात न्यूज। भारी हाहाकार मचाने और सैकड़ों लोगों की जान लेने के बाद कोरोना के संक्रमण का कहर कुछ थम गया है लेकिन कहा जा...
दुर्ग, भिलाई। असल बात न्यूज।
भारी हाहाकार मचाने और सैकड़ों लोगों की जान लेने के बाद कोरोना के संक्रमण का कहर कुछ थम गया है लेकिन कहा जा रहा है कि यह खत्म नहीं हुआ है। इसके नियंत्रण और बचाव के लिए लोगों में अभी भी जागरूकता लाने की जरूरत है। इसी कड़ी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना वायरस से बचाव तथा वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने वेबीनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सकों ने अपने संबोधन में वैक्सीनेशन के बारे में फैली तमाम भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की।
डॉ प्रियंका वर्माडिप्टी कलेक्टर दर्ग जोकि दर्ग जिले की covid-19 की प्रोटोकॉल अधिकारी भी है, ने इस कार्यक्रम में बोलते हुए बताया कि दर्ग जिला करोना कल के शुरुआती दिनों में छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रभावित दुर्ग जिला था परंतु शासन की सक्रियता एवं लोर्गों की जागरूकता से आज दर्ग दुर्ग जिले में नाममात्र के नए संक्रमित मिल रहे हैं।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर आर के पालीवाल ने बताया कि उनका लक्ष्य मध्य प्रदेश की ही तरह छत्तीसगढ़ को रोल मॉडल के रूप में उभरते हुए कोरोना मुक्त गांव और कोरोना मुक्त भारत के सपनों को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना का संक्रमण उन लोगों से हो सकता है जो कि पहले से ही इस बीमारी से संक्रमित हैं। Covid 19 से संक्रमित व्यक्ति की खांसी या सांस छोड़ने से, उसके नाक व मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। यह बेहद नन्हीं बूंदे उस व्यक्ति के आसपास किसी और चीज पर भी गिर सकती है और उसे संक्रमित कर सकती हैं। ऐसे में मुंह पर मास्क पहनने, सैनिटाइजर का उपयोग करने की सख्त जरूरत होती है।
कल्याण संस्था के संचालक अजय कल्याणी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लोर्गों को मास्क पहनने एवं सेनीटाइजर का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने का सलाह दिया गया। डॉ सुरेश गर्ग ने बताया कि ग्रार्माीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों र्माें भी लॉकडाउन खल चुके हैं ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अति आवश्यक है क्योंकि कोरोनावायरस अभी पूर्णरुप से खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि पहला वैक्सीनेशन लर्गाने के बाद लोगों को ज्यादा सतर्क, सावधान और जागरूक रहना चाहिए।
कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव राहुल शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव तथा वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में। ऐसे इलाकों में वैक्सीनेशन को लेकर तरह-तरह की झांकियां भी फैल रही है। इन भ्रांतियों को भी दूर करना है।इसी उद्देश्य को लेकर इस वेबीनार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पैरा लीगल वॉलिंटियर्स सहित अन्य लोगों को जागरूक करते हुए ग्रामीणों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया गया।उन्होंने कहा कि संपूर्ण वैक्सीनेशन के बाद ही कोरोना मुक्त गांव तथा कोरोना मुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।