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दुर्ग का होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया एसीएस ने, आईईसी एक्शन प्लान पसंद किया

    एसीएस श्रीमती रेणु पिल्लै एवं मिशन संचालक एनआरएचएम डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण, स्वास्थ्य अधिकार...

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 एसीएस श्रीमती रेणु पिल्लै एवं मिशन संचालक एनआरएचएम डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण, स्वास्थ्य अधिकारियों की ली बैठक

दुर्ग । असल बात न्यूज़।

  एसीएस श्रीमती रेणु पिल्लै एवं मिशन संचालक एनआरएचएम सह संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज जिले में चल रहे होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों की अहम बैठक ली। उन्होंने कंट्रोल रूम के स्टाफ से बातचीत की। उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का अवलोकन किया तथा इस पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने यहां स्टाफ की हौसलाअफजाई भी की। एसीएस ने कहा कि रिकवरी सर्टिफिकेट जारी करने के बाद पोस्ट कोविड मॉनिटरिंग पर भी विशेष नजर रखें।






 उन्होंने कोरोना संक्रमण के संबंध में बनाये गए आईईसी एक्शन प्लान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले से यह प्लान समय पर मिला और बहुत कारगर बना है। कोरोना संक्रमण से निपटने जागरूकता सबसे आवश्यक है। यदि लक्षण उभरते ही टेस्ट कराया लिया जाए तो इस पर नियंत्रण पाने में आसानी होती है। टेस्टिंग टारगेट के मुताबिक करते रहें। त्योहार आने वाले हैं और ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। लोगों को इस संबंध में जागरूक करें। मास्क के उपयोग के संबंध में विशेष तौर पर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सभी लोगों तक मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। इसके लिए स्वसहायता समूहों को भी लगातार गतिशील रखें। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि इस दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। मास्क नहीं लगाने पर शासन की गाइडलाइन के मुताबिक जुर्माना लगाया जा रहा है। निगम अमले को निर्देशित किया गया है कि इस राशि से लोगों को मास्क भी उपलब्ध कराएं। श्रीमती पिल्लै ने कहा कि स्वास्थ्य अमले को लगातार अलर्ट मोड में रहना है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के ऑक्सिजन लेवल पर नजर रखें। इनकी मेडिकल हिस्ट्री के मुताबिक डाक्टर इनके स्वास्थ्य पर ध्यान दें। श्रीमती पिल्लै ने कहा कि ट्रेसिंग टीम की भूमिका भी बेहद अहम होती है। यह सुनिश्चित करें कि मोबाइल नंबर जैसे डिटेल सही हों। इससे ट्रेसिंग टीम की मेहनत कम होती है। रिस्पांस टाइम जितना बेहतर होता है संक्रमण को थामने में उतनी ही मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि कोविड के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों में साफ सफाई, भोजन की गुणवत्ता पर निरंतर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि जिन निजी अस्पतालों को इलाज की अनुमति दी गई है वहां व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग करें। एंट्री समय पर हो। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिन कोरोना संक्रमण को थामने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए संकल्पबद्ध होकर काम करने से इसे रोकने में सफलता मिलेगी। मास्क के उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग और लगातार टेस्टिंग से इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता मिलेगी।