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संयंत्र के अस्पतालों में कोरोना के इलाज की बेहतर व्यवस्था बनाने सांसद विजय बघेल ने डायरेक्टर सहित वरिष्ठ अधिकारियों से की चर्चा

  कोविड-19 की कठिन परिस्थितियों में भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने तथा संयंत्र के अस्पतालों में उ...

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 कोविड-19 की कठिन परिस्थितियों में भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने तथा संयंत्र के अस्पतालों में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी लेने दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने संयंत्र के चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा विभाग के  डायरेक्टर इंचार्ज तथा वरिष्ठ चिकित्सकीय अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज ने बताया कि यहां हॉस्पिटल में कोविड-19 के मरीजों का इलाज शुरू किया गया है। एक दिन में 50 से 60 तक  टेस्टिंग की जा रही है। इस कठिन समय में सभी कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की कोशिश की जा रही है। सांसद विजय बघेल ने कहा कि सर्वप्रथम तो कार्यस्थल पर इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए कि वहां कोरोना का संक्रमण ना  फैले। यह भी निश्चित किया जाना चाहिए कि अस्पताल में पूरी दवाइयां उपलब्ध रहे।


भिलाई । असल बात न्यूज़।


दुर्ग जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ते जाने से लोगों में दहशत बढ़ रही है तो वही अधिक चिकित्सकीय सुविधाओं की भी जरूरत महसूस की जा रही है। संयंत्र के कर्मचारियों में भी कोरोना के संक्रमण के फैलाव को लेकर चिंताएं बढ़ गई है। कर्मचारी भी चाह रहे हैं कि संयंत्र के अस्पतालों में ही उन्हें कोरोना के इलाज की सुविधा भी मिले। इसे देखते हुए संयंत्र प्रबंधन ने अपने अस्पताल में कोरोना से संक्रमित मरीजों के परीक्षण तथा इलाज की सुविधा शुरू की है।






सांसद विजय बघेल को चर्चा के दौरान संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज डॉक्टर एस के इस्सर ने बताया कि यहां अस्पताल में अभी तक 700 लोगों की टेस्टिंग  की गई है। इसकी सुविधा एक महीने पहले से शुरू की गई है। कोरोना संदिग्धो के परीक्षण के लिए सेक्टर 9 अस्पताल में अलग वार्ड बनाया गया है। वही सेक्टर 1अस्पताल में प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों की जांच करना शुरू किया गया है। ऐसे संदिग्ध जोकि पॉजिटिव के संपर्क में आते हैं उनका परीक्षण सेक्टर 1 अस्पताल में किया जाता है। उन्होंने बताया कि 10 मरीजों के पीछे एक डॉक्टर निगरानी कर रहे हैं। यहां अभी तक संयंत्र के 334 कर्मचारी पॉजिटिव मिल चुके हैं। इसमें से 101 इलाज के बाद ठीक हो गए। उन्होंने कहा कि संयंत्र के अस्पतालों को हमें नॉन कोविड-हॉस्पिटल के रुप चलाना है। जिनमें मामूली लक्षण दिख रहे हैं उन्हें घर पर ही आइसोलेट होने की सलाह दी जाती है।

संयंत्र के कर्मचारियों को सांस लेने में तकलीफ होने जैसी परेशानी दिखने पर निजी अस्पतालों में इलाज के लिए रिफर कर दिया जाता है। संयंत्र में नए विशेषज्ञ चिकित्सक, टेक्नीशियन, नर्सेस इत्यादि की भर्ती के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

सांसद विजय बघेल ने इस दौरान कहा कि अभी की कठिन परिस्थितियों हम सबको मिलकर समस्या का निराकरण करना है। दूसरों की जान को भी बचाना है और स्वयं भी सुरक्षित रहना है। नान कोविद हॉस्पिटल में भी कोरोना के संक्रमितों को  हम इलाज की सुविधा दे सके तो संयंत्र कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी। 

इस अवसर पर संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज के साथ डायरेक्टर डॉक्टर जी मालिनी, डायरेक्टर योगेश अग्रवाल, डॉक्टर संजय द्विवेदी तथा नीलेश देशमुख भी उपस्थित थे। सांसद श्री बघेल ने यहां जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना के संक्रमण से निपटने तथा इसके फैलाव को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।