स्वरूपानंद महाविद्यालय के शिक्षा विभाग के शिक्षार्थियों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जानने के लिए सी मार्ट का भ्रमण किया

 भिलाई ।

असल बात न्यूज़।।  


 स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय आमदी नगर हुडको के शिक्षा विभाग के डीएलएड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की प्रशिक्षणार्थियों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं कला से परिचित कराने हेतु सी मार्ट का भ्रमण करवाया गया। उन्हें छत्तीसगढ़ के खानपान मुख्य रूप से मोटे अनाज मिलेट्स जैसे कोदो, कुटकी, रागी,हस्तकला, माटीकला , बांस से बने उत्पाद, संस्कृति सभ्यता स्थानीय उपज  से बने विभिन्न उत्पादों की जानकारी प्रदान की गई।

इस दौरान  विभिन्न प्रकार की वस्तुओं से बनने वाले उत्पादों की जानकारी सी मार्ट के मैनेजर अतुल कुमार द्वारा प्रदान की गई कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुवे  डॉक्टर शैलजा पवार ने  कहा शैक्षणिक भ्रमण के द्वारा छत्तीसगढ़ में विभिन्न प्रकार के वनोपज की जानकारी  प्रदान करना साथ ही उनका उपयोग और वनोपज से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना साथ ही उद्यमिता को बढ़ावा देना।महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने कहां हमें अपनी संस्कृति एवं  हस्तकला की जानकारी प्रदान करने के लिए इस तरह के शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों को अवश्य कराना चाहिए।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की कला बहुत ही समृद्ध है इस विषय पर हम सभी को जानकारी होनी चाहिए इसके लिए हमें जब भी अवसर मिले उसका लाभ उठाते हुए विभिन्न जानकारी  एकत्रित करनी चाहिए और लोगों को भी इस विषय पर जानकारी देनी चाहिए जिसे सभी लोग अपनी संस्कृति एवं कला को पहचाने सी मार्ट का भ्रमण विद्यार्थियों के लिए छत्तीसगढ़ की संस्कृति से परिचित होने का सुनहरा मौका प्रदान करेगा।


 महाविद्यालय की उप प्राचार्य डॉ अजरा हुसैन ने मिलेट्स से संबंधित जानकारी प्राप्त करने में यह भ्रमण अत्यंत उपयोगी साबित होगा। 

सी मार्ट भ्रमण करने के पश्चात विद्यार्थियों के चेहरे पर हर्ष एवं खुशी देखने को मिली उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए 

डीएलएड प्रथम वर्ष के विद्यार्थी लेख राम ने कहा सी मार्ट आकर बहुत अच्छा लगा यहां बहुत ही ऐसी वस्तुएं हमें देखने को मिली जो हमने पहली बार देखी जैसे बांस की कलाकृति माटी कला के बर्तनों के सेट बेल मेटल से बनी हुई विभिन्न वस्तुएं और आंवला महुआ का अचार आदि।

डी एल एड प्रथम वर्ष की प्रियंका निर्मलकर ने कहा यहां आकर बहुत अच्छा लगा बहुत रागी कुटकी का आटा और सूजी दलिया देखने को मिला।

डी एल एड द्वितीय वर्ष की छात्रा भीमनी ने कहा सी मार्ट में हमें हमारी संस्कृति से जुड़ी बहुत सी वस्तुएं देखने को मिली जैसे काशी से बना रोटी रखने का पात्र जो हमने पहली बार देखा इसके साथ ही अन्य वस्तुएं बेल मेटल की कलाकृतियां मिट्टी के बर्तन आदि

इस अवसर पर शिक्षा विभाग की सहायक प्राध्यापक श्रीमती उषा साहू डॉ शैलजा पवार एवं डीएलएड प्रथम वर्ष के लेख राम , लोकेश ,दीपक वाघमारे, दिव्या साहू, प्रियंका निर्मलकर , निधि मांडले, कामिनी ठाकुर, गरिमा, चंपा साहू एवं द्वितीय वर्ष की  विद्यार्थी भीमनी उपस्थित रहे।