दुर्ग ।
असल बात न्यूज़।।
बीआईटी दुर्ग के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के बी ग्रेड के सर्टिफिकेट के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें थ्योरी परीक्षा के बाद मौखिक परीक्षा भी हुई।
यह कार्यक्रम डॉ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डॉ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. शबाना नाज़ सिद्दीकी एवं अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया एवं स्वयं सेवक कार्यक्रम के आयोजन हेतु स्वेच्छापूर्वक कार्य किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय द्वारा संचालित एक केन्द्रीय योजना है, जिसका उदेश्य सभी युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा गतिविधियों एवं कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अवसर प्रदान करना है ।प्रत्येक वर्ष एनएसएस द्वारा तीन सर्टिफिकेट परीक्षाओं का आयोजन कराया जाता है, ए सर्टिफिकेट, बी सर्टिफिकेट एवं सी सर्टिफिकेट परीक्षा। बी सर्टिफिकेट परीक्षा देने हेतु प्रत्येक एनएसएस स्वयंसेवी को प्रति वर्ष कम से कम 120 घंटे अर्थात दो साल में 240 घंटे की सेवा करना अनिवार्य होता है, साथ ही एक यूनिट कैंप में शामिल होना आवश्यक है। यह कार्य एनएसएस शाखाओं द्वारा अपनाए गए गांवों या कॉलेज परिसरों में किया जाता है। एनएसएस बी सर्टिफिकेट परीक्षा भी स्वयंसेवको की एनएसएस यात्रा का एक हिस्सा है।
एनएसएस बी सर्टिफिकेट परीक्षा 2023 का सफल आयोजन एनएसएस बीआईटी दुर्ग द्वारा भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी , दुर्ग में कराया गया। परीक्षा में पात्र स्वयंसेवको ने बी सर्टिफिकेट हेतु अपनी उपस्थिति दर्ज कराई । बी सर्टिफिकेट एग्जाम के परीक्षण हेतु श्री विवेक अग्रवाल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी , शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय को आमंत्रित किया गया। उनके निरीक्षण में यह आयोजन सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ।