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स्वास्थ्य के लिए बेहत अच्छा है भुजंगासन, जानिए कैसे करते हैं Cobra Pose और क्या हैं इसके फायदे

   ऐसे अनेक लोग हैं जिनकी बैठने वाली नौकरी है और जिसमें उन्हें सुबह से शाम तक घंटो बैठकर ही काम करना होता है. इस बैठे-बैठे की जाने वाली नौक...

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 ऐसे अनेक लोग हैं जिनकी बैठने वाली नौकरी है और जिसमें उन्हें सुबह से शाम तक घंटो बैठकर ही काम करना होता है. इस बैठे-बैठे की जाने वाली नौकरी को बेहद आरामदायक समझा जाता है, लेकिन इस तरह देर तक बैठे रहना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है. इससे लोगों को कम उम्र से ही कमर में दर्द, गर्दन में दर्द और वजन बढ़ने जैसी दिक्कतों से दोचार होना पड़ता है. ऐसे में भुजंगासन (Bhujangasana) किया जा सकता है. यह योगासन बेहद आसानी से किया जा सकता है, बीमारियों को दूर रखता है, वजन कम करने में मददगार है और शरीर में होने वाले दर्द को दूर करता है. जानिए भुजंगासन (Cobra Pose) के बारे में सबकुछ.

भुजंगासन कैसे करते हैं 

  • भुजंगासन की मुद्रा देखते हुए इसे कोबरा मुद्रा या कोबरा पोज भी कहते हैं. इस आ
    सन को करने से पहले रीढ़ की हड्डी को तैयार करना पड़ता है जिससे भुजंगासन करते समय अचानक से रीढ़ की हड्डी पर जोर ना पड़े. 
  • रीढ़ की हड्डी के वॉर्म-अप के लिए दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठें. अब पीठ को झुकाते हुए दोनों हाथों से पैरों की उंगलियां छूने की कोशिश करें. 
  • अब कोबरा पोज करने की शुरूआत करें. अपने दोनों हाथों को कंधों के पास रखें. आपकी कोहनी मुड़ी हुई होनी चाहिए. पेट के नीचे का हिस्सा जमीन पर लगा होना चाहिए और हाथों को शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं और ऊपर की ओर देखने की ही कोशिश करें. 
  • इस पोजीशन को कुछ देर होल्ड करने के बाद पहले वाली पोजीशन (Position) में आ जाएं. 
  • भुजंगासन करते समय गहरी सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें. 
  • शुरूआती दौर में 30 सैकंड तक ही आपको भुजंगासन करना होगा. धीरे-धीरे आप समयावधि एक मिनट तक बढ़ा सकते हैं. 

भुजंगासन के फायदे 

  • भुजंगासन करने पर शरीर में लचकता आती है, खासकर कमर की मसल्स फ्लेक्सिबल होती हैं. 
  • कमर पर किसी तरह की अकड़न हो तो दूर हो जाती है और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दिक्कतों में राहत मिलती है. 
  • इस योगासन (Yogasana) को करने पर पेट की दिक्कतें जैसे गैस, अपच और कब्ज दूर होने में मदद मिलती है. 
  • रक्त प्रवाह बेहतर होता है. 
  • कंधों की जकड़न ठीक होती है. 
  • सांसों की दिक्कत हो तब भी इस आसन को किया जा सकता है. 
  • भुजंगासन करने पर शरीर डिटॉक्स होता है जिसका असर त्वचा पर भी नजर आने लगता है. 
  • ताजगी महसूस होती है. 

भुजंगासन करते समय इन बातों का रखें ध्यान

  • भुजंगासन करते समय ध्यान दें कि आप अपनी रीढ़ की हड्डी पर जरूरत से ज्यादा दबाव ना बनाएं. 
  • गर्भवती महिला को भुजंगासन नहीं करना चाहिए. 
  • पोज बनाने के बाद सांस ना रोकें बल्कि लेते रहें. 
  • अपने शरीर को प्रोपर मुद्रा में रखें. 
  • कोशिश करें कि आप शरीर के किसी भी हिस्से पर सारा वजन ना डाल दें.