Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

पुरखौती मुक्तांगन में नई साज-सज्जा के साथ बढ़ायी जाएगी सुविधाएं

 संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने अधिकारियों को दिए निर्देश कलाकारों के ग्रेडेशन करने और प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए...

Also Read


 संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने अधिकारियों को दिए निर्देश

कलाकारों के ग्रेडेशन करने और प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाए

संस्कृति मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

रायपुर, पुरखौती मुक्तांगन में नई साज-सज्जा कर इसे भव्य और आकर्षक बनाया जाएगा। संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने आज विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि पुरखौती मुक्तांगन में पर्यटक सुविधाएं बढ़ायी जाए। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटक एवं सैलानियों को बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिए।

    संस्कृति मंत्री श्री भगत ने कहा कि पुरखौती मुक्तांगन में आने के लिए पर्यटकों को ऑनलॉइन टिकिट की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा टिकिट काउन्टर की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने  कहा कि पुरखौती मुक्तांगन में नई साज-सज्जा की जाए। यहां प्रवेश द्वारा को और अधिक भव्य और आकर्षक बनाया जाए। यहां पार्किंग-स्पेस को भी बढ़ाया जाए।

    चिन्हारी योजना की समीक्षा में उन्होंने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जाने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कलाकारों का पंजीयन, वरिष्ठता व राष्ट्रीय स्तर पर दिए गए कार्यक्रमों के आधार पर उनका ग्रेडेशन करने और कलाकारों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कलाकारों के पंजीयन, चिकित्सा सुविधा, पेंशन संबंधी प्रकरणों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

    संस्कृति मंत्री श्री भगत ने बैठक में छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परम्परा के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पर्यटन केन्द्रों तथा सूचना केन्दों में आदिम कला संस्कृति व राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव की ब्रोशर, पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। मंत्री श्री भगत ने गढ़ कलेवा की प्रगति की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 33 जिलों में से 16 जिलों में गढ़ कलेवा का संचालन किया जा रहा है। शेष जिलों में भी इस वर्ष गढ़ कलेवा का संचालन शुरू हो जाएगा। इस मौके पर संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी., संचालक श्री विवेक आचार्य सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।