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कच्चे तेल के दाम में गिरावट का फायदा लोगों को भी मिले : कांग्रेस

   नयी दिल्ली. कांग्रेस ने कहा है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है लेकिन जब कीम...

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 नयी दिल्ली. कांग्रेस ने कहा है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है लेकिन जब कीमतें घटती हैं तो उसका फायदा भी देशवासियों को मिलना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया कि जब दुनिया में कच्चे तेल के दाम घटते हैं तो उसका फायदा देश की जनता को क्यों नहीं मिलता है। उनका कहना था कि जब कच्चे तेल का दाम 16.75 रुपए लीटर घटा है तो ईंधन सस्ता क्यों नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सरकार वैश्विक दाम के हिसाब से देश में तेल के दाम बढाती है लेकिन कम होने पर कुछ नहीं करती। उन्होंने कहा,“जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है लेकिन जब कीमतें घटती हैं तो उसका फायदा भी देशवासियों नहीं मिलता। यानि जब कच्चा तेल महंगा हो तो देशवासी भरें और जब कच्चा तेल सस्ता हो तो फायदा सरकार की जेब में जाए।”
प्रवक्ता ने खरीदे गये कच्चे तेल का विवरण देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कच्चा तेल मई 2022 में 53.45 रुपए प्रति लीटर तथा मार्च 2023 में 36.68 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा है। विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 16.75 रुपए की कमी हुई है तो इसका फायदा देश के लोगों को क्यों नहीं मिल रहा है।
उन्होंने रूस से खरीदे गये कच्चे तेल का विवरण मांगते हुए कहा कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि रूस से कितना कच्चा तेल खरीदा गया और किस भाव से यह तेल भारत पहुंचा है। रूस से आया कच्चा तेल देश की किन रिफाइनरियों को मिला है इसका भी विवरण दिया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी आंकड़े बताते हैं कि सार्वजनिक क्षेत्र की रिफाइनरियों को सिर्फ दो डॉलर प्रति बैरल का फायदा हुआ।