दो दिन में देश में कोरोना के 2509 मामले, कोरोना के संक्रमण के इतनी तेज गति से फैलाव होने का किसी को नहीं समझ में आ रहा है कारण

 नई दिल्ली, छत्तीसगढ़।

असल बात न्यूज़।।  

00 अशोक त्रिपाठी/ जिंदगी बचाने के लिए

पिछले सप्ताह भर से देश में कोविड-19 के मामले असामान्य रूप से बढ़ने लगे हैं। 21 मार्च को देश में कोविड-19 के 699 नए मामले मिले थे इसके बाद 23 मार्च को जब उसकी 24 घंटे पहले की पूरी रिपोर्ट आई तो उसके  तेरह सौ नए प्रकरण सामने आए हैं। यह आंकड़े बता रहे हैं कि देश में कोविड-19 के नए मामलों में किस तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है। आंकड़ों को देखकर हम समझ सकते हैं कि सिर्फ 3 दिनों के भीतर 2 गुना के अधिक दर की रफ्तार से प्रतिदिन नए मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के संकट का जो सबने भयानक दिन देखा है नए मामले बढ़ने से फिर चिंता फैल रही है। लोगों के सामने सबसे पहला सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसी कौन सी नई परिस्थितियां पैदा हो गई है क्या नया वातावरण बन गया है कि कोरोना के नए मामले फिर से बढ़ने लगेहैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ के लिए अच्छी बात है कि यहां कोरोना के नए मामले अधिक सामने नहीं आ रहे हैं। 

देश में 19 मार्च covid 19 के 918 मामले सामने आए थे लेकिन इसके दूसरे दिन 20 मार्च को इसके नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई और तब सिर्फ 699 मामले दर्ज किए गए। यह गिरावट दर्ज होने से लोगों को कुछ राहत मिली थी। लेकिन इसके अगले दिन corona के संक्रमण के फैलाव ने भयानक तरीके से छलांग लगाई और 22 मार्च को covid19 के 11 सौ से अधिक नए मामले दर्ज किए गए। चिंता की बात यह है कि यह चिंता की बात यह है कि कि संक्रमण के खिलाफ किया बढ़ोतरी आगे भी जारी रही है और आज 23 मार्च को इसके 13 सौ नए मामले मिले हैं।इस तरह से हम सिर्फ 22 मार्च और 23 मार्च के आंकड़ों को ही देंखे तो कुल मिलाकर सिर्फ 2 दिनों के भीतर ही corona के 25 सौ नए मामले सामने आए हैं। अब Daily positivity rate (1.46%) और Weekly Positivity Rate (1.08%) पर पहुंच गया है। 

 फिलहाल लोगों को यह कतई नहीं समझ में आ रहा है कि कोरोना के संक्रमण में यह बढ़ोतरी आखिर क्यों शुरू हुई है। कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करने में लापरवाही ही इसका बड़ा कारण तो नहीं हो सकती। सरकारों के द्वारा भी यह स्पष्ट नहीं किया जा रहा है कि कोरोना के नए मामलों में इतनी तेजी से क्यों बढ़ोतरी  शुरु हुई है। 

फिलहाल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक ली है। इस बैठक में  गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) मामलों की निगरानी और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया गया है। जब प्रधानमंत्री स्वयं उच्च स्तरीय बैठक ले रहे हैं तो यह समझा जा सकता है कि अभी स्थिति कैसी गंभीर हो रही है।बैठक में बताया गया है कि फिलहाल  20 मुख्य कोविड दवाओं, 12 अन्य दवाओं, 8 बफर दवाओं और 1 इन्फ्लुएंजा दवा की उपलब्धता और कीमतों पर नजर रखी जा रही है। 22,000 अस्पतालों में एक मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई और उसके बाद अस्पतालों द्वारा कई उपचारात्मक उपाय किए गए।

इस मामले में महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी हमारे देश में कोरोना के मामले जिस दर से बढ़ रहे ,हैं दुनिया के दूसरे देशों में इसके संक्रमण का फैलाव जिस तेजी से हो रहा है उसके मुकाबले में इसका प्रतिशत अपेक्षाकृत काफी कम है। विश्व स्तर पर पिछले एक सप्ताह में 1.08 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं । ताजा हालात में यह स्वीकार करना होगा कि कोविड-19 महामारी खत्म नहीं हुई है और नियमित आधार पर देश भर में स्थिति की निगरानी करने की आवश्यकता है। उस बैठक में प्रधानमंत्री ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की 5-गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने, प्रयोगशाला निगरानी बढ़ाने और सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) मामलों की जांच करने की सलाह दी। यह सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए कि हमारे अस्पताल सभी आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं।

देश के दूसरे कुछ राज्यों में covid 19 के संक्रमण का फैलाव बढ़तता दिख रहा है लेकिन अच्छी बात है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश फिलहाल इसकी चपेट में नहीं है। राज्य में corona के एक्टिंग केसेस की संख्या सिर्फ साथ है और 1 दिन पहले भी यहां corona का कोई नया संक्रमित नहीं मिला है।