इतिहास में पहली बार किसी विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ा गया है. दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर रहे हैं. गहलोत ने आज विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ दिया. करीब 6 मिनट तक वे पुराना बजट पढ़ते रहे, तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर गलती बताई. तब गहलोत ने भाषण रोका. इसके बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी. सीएम गहलोत बजट भाषण के लिए जब तीसरी बार खड़े हुए तो माफी मांगी. उन्होंने कहा, जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं.
विपक्षी सदस्य भारी हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए. विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पुराना बजट पढ़ा है. भारी हंगामे के कारण सदन आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और अफसरों की लापरवाही पर नाराजगी जताई. दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ‘बजट भाषण की इस कॉपी में फर्क हो तो बताइए. गलती से एक एक्स्ट्रा पेज लग गया. मैं एक पेज गलत पढने लग गया. लीक होने का सवाल कहां से आ गया?’
बताया जा रहा कि अशोक गहलोत जब बजट पढ़ रहे थे तो इस दौरान उन्होंने पिछली तीन से चार योजनाओं को भी गिना दिया. इतना ही नहीं, इसमें शहरी विकास योजना जो पिछले साल लागू की गई थी. उसे भी सीएम ने गिना दिया. तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर गलती बताई. इसके बाद उन्होंने सॉरी कहा, लेकिन इसके बाद विपक्ष ने सदन में भारी हंगामा शुरू कर दिया.
स्पीकर बोले- आज जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण
स्पीकर
सीपी जोशी ने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. आज की
घटना से आहत हुए हैं. मानवीय भूल होती रहती है. इस पूरी कार्यवाही को सदन
से बाहर किया जाता है.