Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

फैमिली एंटरटेनर है अक्षय कुमार की सेल्फी, इमरान हाशमी का चला जादू

  फिल्म: सेल्फी निर्देशक: राज मेहता प्रमुख कास्ट: अक्षय कुमार, इमरान हाशमी, नुसरत भरूचा, डायना पैंटी, महेश ठाकुर और अभिमन्यु सिंह कहां द...

Also Read

 


फिल्म: सेल्फी
निर्देशक: राज मेहता
प्रमुख कास्ट: अक्षय कुमार, इमरान हाशमी, नुसरत भरूचा, डायना पैंटी, महेश ठाकुर और अभिमन्यु सिंह
कहां देखें: थिएटर्स

क्या है कहानी: विजय कुमार (अक्षय कुमार) एक सुपरस्टार है और आरटीओ अफसर ओम प्रकाश अग्रवाल (इमरान हाशमी) उसका जबरदस्त फैन है। ड्राइविंग लाइसेंस के चक्कर में विजय कुमार की मुलाकात, ओम प्रकाश से होती है, लेकिन किसी गलतफहमी की वजह से दोनों के बीच टक्कर हो जाती है। जिसके बाद सबसे बड़ा फैन, अपने फेवरेट सुपरस्टार को जमीन पर लाने की हर कोशिश करता है। विजय कुमार को लाइसेंस बनवाना है और ओम प्रकाश पूरी कोशिश करता है कि लाइसेंस न बन पाए और वो एक्टर को सबक सिखाए। आसान भाषा में यही है 'सेल्फी' की कहानी...। अब इस सबक सिखाने के चक्कर में क्या क्या होता है, लाइसेंस बन पाता है या नहीं, कौन जीतता है और कौन आखिर में किससे माफी मांगता है...? ये सब जानने के लिए आपको फिल्म सेल्फी देखनी होगी।

क्या कुछ है खास और कहां खाई मात: फिल्म की सबसे खास बात ये है कि शुरुआती 10 मिनट से ही फिल्म आपको हंसाना शुरू कर देती है और हर थोड़ी थोड़ी देर में आप हंसते हैं। फिल्म में विजय कुमार के किरदार को ऐसा लिखा गया है, जैसे अक्षय कुमार की ही बात हो रही है, चाहें वो उनका बिजी शेड्यूल हो या फिर फैन्स के लिए प्यार। फिल्म के डायलॉग्स अच्छे लिखे हैं और बैकग्राउंड स्कोर भी बढ़िया है। फिल्म का म्यूजिक, थिएटर्स में बैठे दर्शकों के एंटरटेनमेंट को बढ़ाने का काम करेगा। बात फिल्म के तकनीकी पक्ष की करें तो सिनेमैटोग्राफी, कैमरा, एडिटिंग और कलरिंग आदि में बहुत कुछ खास करने को था नहीं तो काम ठीक ही दिखता है। फिल्म में कई सीन्स ऐसे हैं, जिनसे आप रियल लाइफ में कनेक्ट कर पाएंगे कि कैसे किसी भी सिचुएशन का पूरे परिवार पर असर पड़ता है। वैसे तो फिल्म का डायलॉग्स बढ़िया लिखे गए हैं, लेकिन कुछ जगहों पर ये काफी घीसे पिटे से दिखते हैं और जिस तरह से एक स्टार को अपने फैन का महिमा मंडन करते दिखाया है, ऐसा होता नहीं है। फिल्म के कुछ हिस्से में मीडिया का भी मखौल सा उड़ाते दिखाया गया, जो ऐसा लग रहा है कि बीते कुछ वक्त में बॉलीवुड फिल्मों में ट्रेंड सा बन गया है। एक बड़े एंकर की मिमिक्री करता एक्टर, जोर जोर से चिल्लाता है।

कैसा है निर्देशन और एक्टिंग: सबसे पहले बात एक्टिंग की करें तो इमरान हाशमी ने बेहतरीन काम किया है, हर एक सीन या इमोशन में भी इमरान का भोपाली एक्सेंट नहीं छूटा है, जिसे सुनकर बड़ा मजा आता है। बीते कुछ वक्त में इमरान हाशमी थोड़े फीके दिख रहे थे, लेकिन इस फिल्म में उनका चार्म लौट आया है। यानी अग्रवाल के किरदार में इमरान का जादू दिखता है। वहीं अक्षय कुमार भी एक सुपरस्टार के रोल में काफी जच रहे हैं। अक्षय का अंदाज, लुक्स और स्वैग देखते ही बनता है। हो सकता है कि इस फिल्म के बाद अक्षय कुमार के पहलने स्टाइलिश जूते, छोटे शहरों में एक बार फिर फैशन में आ जाएं। फिल्म में डायना का किरदार काफी छोटा है और वो किरदार में कुछ खास कमाल भी नहीं दिखा पाई हैं। हालांकि नुसरत ने छोटे रोल के बाद भी कई सीन्स में एंटरटेन किया है। इन चारों के अलावा फिल्म में अभिमन्यु सिंह का रोल और एक्टिंग बहुत मजेदार है और हर बार उन्हें देखकर स्क्रीन पर मजा आ जाता है। वहीं कुशा कपिला और अदा शर्मा का स्क्रीन प्रेजेंस भी अच्छा है। विजय के मैनेजर बने महेश ठाकुर और पार्षद के किरदार में मेघना ठाकुर भी किरदार के साथ इंसाफ करते दिखे हैं। बात एक्टिंग के अलावा राज मेहता के निर्देशन की करें तो फिल्म जुग जुग जियो से काम बेहतर है लेकिन गुड न्यूज से थोड़ा कमतर। बतौर निर्देशन फिल्म कुछ हिस्सों में ढीली साबित होती है।

देखें या नहीं: राज मेहता निर्देशित फिल्म सेल्फी को ऐसी फिल्म तो नहीं कहेंगे जिसे लंबे वक्त तक याद रखा जाए, लेकिन इसे आराम से एक बार, पूरे मजे से परिवार के साथ देखने वाली फिल्म कह सकते हैं। इस फिल्म को आप परिवार के साथ थिएटर्स में एन्जॉय कर सकते हैं।