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अनिल कुमार लाहोटी, रेलवे बोर्ड के नए अध्यक्ष और सीईओ

  नई दिल्ली। असल बात न्यूज़।।  श्री अनिल कुमार लाहोटी,अब रेलवे बोर्ड (रेल मंत्रालय) के नए अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बन गए है...

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नई दिल्ली।
असल बात न्यूज़।। 

श्री अनिल कुमार लाहोटी,अब रेलवे बोर्ड (रेल मंत्रालय) के नए अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बन गए हैं।उन्होंने इस का पदभार ग्रहण कर लिया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में श्री  लाहोटी की नियुक्ति को मंजूरी दी है। इससे पहले, श्री  लाहोटी सदस्य (इन्फ्रास्ट्रक्चर), रेलवे बोर्ड के रूप में कार्य कर चुके हैं।


श्री लाहोटी 1984 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स के हैं और उन्हें लेवल-17 के लिए इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस के पहले पैनल में शामिल किया गया है। उन्होंने माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, ग्वालियर से सिविल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल के साथ स्नातक किया है और रुड़की विश्वविद्यालय (आईआईटी, रुड़की) से मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (स्ट्रक्चर्स) किया है। रेलवे में अपने 36 से अधिक वर्षों के करियर के दौरान, उन्होंने मध्य, उत्तरी, उत्तर मध्य, पश्चिमी और पश्चिम मध्य रेलवे और रेलवे बोर्ड में विभिन्न पदों पर काम किया है।



श्री लाहोटी ने पहले मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में काम किया है और कई महीनों तक पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का प्रभार भी संभाला है। महाप्रबंधक के रूप में उनके कार्यकाल को सबसे अधिक संख्या में किसान रेल चलाने सहित टन भार और अर्जित राजस्व के मामले में अब तक का सबसे अधिक माल और पार्सल यातायात प्राप्त करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने गैर-किराया अवसरों, स्क्रैप की बिक्री और व्यापक टिकट जांच अभियान द्वारा राजस्व में रिकॉर्ड सुधार भी किया। उन्होंने मुंबई में वातानुकूलित उप-शहरी सेवाओं के विस्तार के पेचीदा मुद्दे का सफलतापूर्वक संचालन और समाधान किया। उनके कार्यकाल के दौरान, मध्य रेलवे ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निष्पादन और कमीशनिंग में एक बड़ी छलांग लगाई और मुंबई में दिवा और ठाणे के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित 5वीं और 6वीं लाइन को चालू किया।

उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक, लखनऊ, उत्तर रेलवे के रूप में काम किया था, जहां उन्होंने भीड़भाड़ वाले गाजियाबाद-प्रयागराज-डीडीयू मार्ग के विकल्प के रूप में लखनऊ-वाराणसी-डीडीयू मार्ग पर माल ढुलाई में सुधार के लिए कई पहल की। उनके कार्यकाल में लखनऊ मंडल के स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं और स्वच्छता मानकों में काफी सुधार देखा गया।