नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ असल बात न्यूज़।। 00 विशेष संवाददाता नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री परिषद की आज महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही ...
नई दिल्ली, छत्तीसगढ़
असल बात न्यूज़।।
00 विशेष संवाददाता
नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री परिषद की आज महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है जिसकी ओर पूरे देश की नजर लगी हुई है।इस बैठक में मंत्रिमंडल में कतिपय परिवर्तन के बारे में भी बड़ा फैसला हो सकता है जिसके चलते यह बैठक और महत्वपूर्ण हो गई है। मंत्रिमंडल में परिवर्तन का संकेत मिलने की खबर आने के बाद से पूरे देश में इस परिवर्तन को लेकर तरह-तरह की अटकलबाजिया चल रही हैं। इस पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल में किन नए चेहरों को जगह मिल सकती है। नए संभावित परिवर्तन में छत्तीसगढ़ को भी बड़ी उम्मीद है।
प्राप्त खबर के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल की इस बैठक में मंत्रियों के विभागों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी।कुछ मंत्रियों के कामकाज पर असंतोष होने की खबर है जिसके बाद से ही मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हुई है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह समीक्षा बैठक बुलाई है। ऐसे में समझा जा सकता है कि यह बैठक कितनी महत्वपूर्ण होगी। एक बात यह भी सामने आ रही है कि इस बैठक को अभी इस साल देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि इन राज्यों में चुनाव के मद्देनजर भी मंत्रिमंडल में फेरबदल पर बड़ा निर्णय हो सकता है। इस साल जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उसमें भाजपा के संगठनात्मक दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ को काफी कमजोर माना जा रहा है। इससे इस बात का भी अनुमान है कि समीक्षा बैठक में होने वाला निर्णय छत्तीसगढ़ में संगठन को मजबूत बनाने दृष्टिकोण पर भी आधारित हो सकता है।
छत्तीसगढ़ राज्य से केंद्रीय मंत्रिमंडल में अभी सांसद श्रीमती रेणुका सिंह ही एकमात्र मंत्री हैं।उन्हें राज्य मत्री का दर्जा प्राप्त है। श्रीमती सरगुजा से सांसद हैं और वर्तमान में केंद्रीय जनजाति विकास राज्य मंत्री हैं। उनके पास इस तरह से अनुसूचित जनजाति वर्ग के विकास की एक बड़ी जिम्मेदारी है। खबर के अनुसार इस विभाग के भी कामकाज की समीक्षा इस बैठक में होने वाली है। पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है और उन इलाकों में भाजपा का जनाधार खिसकता नजर आया है तो कहा जाता है कि उन्हें मंत्री बनाकर पार्टी ने उन क्षेत्रों में अपने जनाधार को बढ़ाने का नया प्रयास शुरू किया है। श्रीमती रेणुका सिंह के साथ पलासिया है कि वे तेजतर्रार महिला भी हैं और अनुसूचित जनजाति वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं। भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार में छत्तीसगढ़ से अभी तक जो भी मंत्री बनाए गए हैं वह आदिवासी वर्ग से ही रहे हैं। वैसे भाजपा अभी भी अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोगों को नाराज नहीं करना चाहेगी तो इसके मद्देनजर केंद्रीय मंत्रि परिषद की समीक्षा बैठक को लेकर यहां भी तमाम अटकलें चल रही हैं। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के राजनीति में अभी नया मोड़ दिख रहा है। यहां पिछले वर्षों में पिछड़ा वर्ग की राजनीति को अधिक हवा दी गई है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि नई संभावनाओ में पिछड़ा वर्ग से किसी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इसमें दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल का नाम भी प्रमुखता से सामने आ रहा है। लेकिन भाजपा के साथ दिक्कत यह है कि वह अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग को साधने की कोशिशों में कोई जोखिम नहीं उठाने के पक्ष में होगी।
खबर के अनुसार इस बैठक में गृह वित्त और विदेश मंत्रालय को छोड़कर सभी मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा की जाएगी। सभी विभागों के मंत्रियों के द्वारा जिन्हें समीक्षा बैठक में अपनी विभाग की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है, कई दिनों पहले से यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए तैयारियां की जा रही है। किसी भी विभाग मंत्री अपनी रिपोर्ट को तैयार करने में कोई कमी नहीं रहने देंगे की कोशिश में है।
कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल की बैठक में देश में इस साल होने वाले पांच राज्यों के चुनाव का व्यापक असर दिख सकता है । जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उसमें छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश राजस्थान जैसे प्रदेश भी शामिल है जिसमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं है।