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रसमड़ा में प्रदूषण को रोकने प्रभावी कार्रवाई करने उद्योग प्रबंधनो को निर्देश, प्रशासन रात को भी स्थिति की करेगा मानिटरिंग

  *- गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने रसमड़ा में प्रदूषण की शिकायत को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में उद्यो...

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*- गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने रसमड़ा में प्रदूषण की शिकायत को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों तथा ग्रामीणजनों के प्रतिनिधियों की ली बैठक


     दुर्ग ।

असल बात न्यूज़।। 

दुर्ग जिले के रसमडा औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों से फैल रहा प्रदूषण फिर चर्चाओ में है। यहां उद्योगों से निकलने वाले धूल और धुएं से स्थानीय लोग बुरी तरह से परेशान हो गए हैं। इन समस्याओ के निराकरण को लेकर गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने आज जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में उद्योग जगत तथा ग्रामीणजनों के प्रतिनिधियों की बैठक ली है। बैठक में उद्योगों में प्रदूषण के रोकथाम के लिए लगाई गई मशीनों की सतत मॉनिटरिंग करने और पुराने की जगह नहीं मशीन लगाने का निर्देश दिया गया है। वहीं यहां उद्योगों  के द्वारा स्थानीय कितने लोगों को नौकरी दी जा रही है यह भी बैठक में चर्चा का बड़ा मुद्दा बना रहा। 

 बैठक में कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा भी उपस्थित थे। बैठक में मंत्री ने कहा कि रसमड़ा के ग्रामीणों की समस्या के निराकरण लिए आज आप सभी को बुलाया गया है। उद्योग जगत के प्रतिनिधि यह सुनिश्चित करें कि यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो। प्रशासन भी इसके लिए लगातार मानिटरिंग करें और उल्लंघन होने पर कड़ी कार्रवाई करे। 

रात को भी हो औचक मानिटरिंग- बैठक में गृह मंत्री ने कहा कि रात को भी यहां प्लांट्स की औचक मानिटरिंग हो और यह देखें कि प्रदूषण के रोकथाम के लिए लगाई गई मशीनें कार्य कर रही हैं या नहीं। कलेक्टर ने कहा कि रात में नियमित निरीक्षण के लिए पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा। साथ ही राजस्व विभाग की टीम भी पृथक से इसकी मानिटरिंग करेगी और नियमित रूप से ग्रामीणों से फीडबैक लेगी।

*पुरानी मशीनों की जगह लगाएं नई मशीनें-* बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पुरानी मशीनों को चिन्हांकित कर उनकी जगह नई मशीनें लगाई जाएं। नियमित अंतराल में पर्यावरण मंडल के अधिकारी प्रदूषण की स्थिति की जांच करते रहे। औद्योगिक भूमि पर जो अतिक्रमण हुआ है उसे हटाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया। मंत्री ने कहा कि उद्योग स्थापना के दौरान 33 प्रतिशत क्षेत्र में पौधरोपण के निर्देश होते हैं। उसका पालन करें। सीएसआईडीसी के अधिकारियों को मंत्री ने औद्योगिक क्षेत्र में सड़क एवं अन्य बुनियादी अधोसंरचनाओं की समीक्षा कर इसे बेहतर करने के निर्देश दिये।

पांच साल में कितने स्थानीय लोगों को नौकरी दी, सीएसआर में कितना खर्च किया, पांच दिनों में दें रिपोर्ट-* ग्रामीणजनों ने कहा कि इन उद्योगों में अधिकतम अवसर स्थानीय लोगों को मिलना चाहिए लेकिन इस पर पूरी तरह से अमल नहीं किया जा रहा। मंत्री ने अगले पांच दिनों में यहां कार्यरत 146 औद्योगिक यूनिटों द्वारा स्थानीय लोगों को पांच साल के भीतर दिये गये रोजगार की जानकारी देने कहा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि औद्योगिक यूनिट यह भी बताएं कि पिछले पांच सालों में उन्होंने सीएसआर की गतिविधियां किस तरह की और इसमें कितनी धनराशि लगाई। मंत्री ने कहा कि औद्योगिक समूह स्थानीय विकास के लिए अधिकतम भागीदारी करें और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसरों का अधिकतम लाभ दें। 


*रोड डस्ट को हटाने इंडस्ट्रियल एसोसिएशन करेगा कार्रवाई-* बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रोड डस्ट हटाने में औद्योगिक यूनिट भी सहयोग करेंगे। इसके लिए इंडस्ट्रियल एसोसिएशन एक कमिटी का गठन करेगा और यह कमिटी रोड डस्ट हटाने के लिए कार्रवाई करेगी।