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दक्षिण गंगोत्री और आकाशगंगा मार्केट को जोड़ने में अंडरब्रिज के ऊंचाई का पेंच, सांसद विजय बघेल ने की डीआरएम से बातचीत, रेलवे बोर्ड तक प्रस्ताव पहुंचने पर ही हल निकलने की उम्मीद

  भिलाई। असल बात न्यूज़।।        00  विशेष संवाददाता   सुपेला रेलवे अंडरब्रिज का निर्माण शुरू होने से आकाशगंगा और दक्षिण गंगोत्री मार्केट का...

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 भिलाई।

असल बात न्यूज़।। 

     00  विशेष संवाददाता 

सुपेला रेलवे अंडरब्रिज का निर्माण शुरू होने से आकाशगंगा और दक्षिण गंगोत्री मार्केट का व्यवसाय ठप्प पड़ जाने और आने वाले समय में भी यह समस्या बनी रहने की जो आशंका पैदा हो गई है रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारियों की सकारात्मक पहल के बावजूद इसका हल निकल पाना आसान नहीं दिख रहा है। इसमें सबसे बड़ा पेंच अंडर ब्रिज की ऊंचाई है।इस अंडर ब्रिज को ऐसा बड़ा बनाया जा रहा है कि इसमें से बड़े, ऊंचे वाहन भी आ जा सके, जिसकी वजह से इसकी लंबाई भी बढ़ गई है। इस वजह से इसकी जो ड्राइंग और डिजाइन तैयार की गई है उसमें दक्षिण गंगोत्री और आकाशगंगा मार्केट को जोड़ने का फिलहाल बहुत कम ही रास्ता दिख रहा है। आकाशगंगा मार्केट और दक्षिण गंगोत्री मार्केट को बचाने की मांग को लेकर स्थानीय व्यापारी आंदोलन कर रहे हैं। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने इन प्रदर्शनकारी व्यापारियों से आज वहां मौके पर पहुंचकर मुलाकात की तथा उनकी समस्या के निराकरण के लिए वही से रेलवे के डीआरएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है। कहा जा रहा है कि आकाशगंगा और दक्षिण गंगोत्री मार्केट को जोड़ने के लिए बीच से रास्ता निकाल निकालना है तो उसके लिए अंडरब्रिज के ड्राइंग और डिजाइन में परिवर्तन करना पड़ेग। अब दिक्कत यह है कि रेलवे बोर्ड से इसकी स्वीकृति नहीं मिल जाती तब तक अंडरब्रिज के ड्राइंग और डिजाइन में कहीं कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है और नए कार्य के लिए बजट की भी स्वीकृति लेनी पड़ेगी। 

सबसे पहले हम आकाशगंगा मार्केट और दक्षिण गंगोत्री मार्केट की बात करें तो यह वर्तमान में भिलाई का सबसे बड़ा मार्केट बनता जा रहा है। आकाशगंगा मार्केट दशकों पहले से बना हुआ है और इसकी पहचान भिलाई के एक बड़े मार्केट के रूप में हैं और यहां हर दिन करोड़ों रुपए का कारोबार होता है तो वही दक्षिण गंगोत्री मार्केट लगातार विकसित हो रहा है। यहां के एक बड़े हिस्से में अभी हाल फिलहाल में दुकानें काट कर बेची गई हैं और इसके बाद यहां नहीं 600 दुकानें बनने की संभावना है। यह दोनों मार्केट सुपेला रेलवे क्रॉसिंग से सीधे कनेक्ट है और इसी रास्ते से टाउनशिप के निवासी भी यहां सामान खरीदने पहुंचते हैं। यह सुलभ रास्ता होने की वजह से ही इस इलाके में ग्राहकों की भीड़ बढ़ती है। सुपेला रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरब्रिज का निर्माण शुरू होने से इन दोनों मार्केट का कारोबार ठप्प जैसा हो गया है।इससे फिलहाल 600 से अधिक दुकानों के व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। व्यापारियों का कहना कि उनकी ग्राहकी पचास प्रतिशत से अधिक नीचे गिर गई है। अब आशंका है कि अंडर ब्रिज बन जाने के बाद भी इन दोनों मार्केट के कारोबार में सुधार होने की उम्मीद कम ही दिख रही है। अंडरब्रिज बन जाने के बाद भी इन दोनों मार्केट तक पहुंचने के लिए आसान रास्ता नहीं रह जाने वाला है। व्यापारियों के लिए यही चिंता की बात है। व्यापारियों को लग रहा है कि भविष्य में भी ग्राहकों के पहुंच नहीं शुरू होने से इस मार्केट का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है। ऐसी आशा गांव से यह व्यापारी जूझ रहे हैं और चिंतित हैं तथा अपना व्यापार कारोबार बचाने के लिए जगह-जगह हाथ पैर मार रहे हैं। स्थानीय व्यापारी  इन मार्केट को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं। सभी को लग रहा है कि रास्ता नहीं मिलेगा, पहुंच मार्ग नहीं होगा तो दोनों मार्केट के अस्तित्व पर सवाल खड़ा रहेगा। अपनी समस्याओ के निराकरण की मांग को लेकर व्यापारियों के द्वारा यहां पिछले कई दिनों से पंडाल लगाकर  धरना शुरू कर दिया गया है।

सांसद विजय बघेल आज सुबह ही इन प्रदर्शनकारियों के बीच धरना स्थल पर पहुंच गए। यह भी उल्लेखनीय है कि इन प्रदर्शनकारियों ने एक दिन पहले ही सांसद श्री बघेल से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की थी। यहां पहुंचकर सांसद श्री बघेल ने सबसे पहले प्रदर्शनकारी व्यापारियों की बातें सुनने के बाद उनका धरना तुड़वाया और उनकी समस्याओं को जायज मानते हुए तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर चौधरी को वही मौके पर बुलाकर बातचीत की तथा उनसे  व्यापारियों की समस्या के निराकरण के के रास्ते के बारे में पूछा। एसएसई ने बताया कि जो अंडरब्रिज बन रहा है उस पर अभी चार बॉक्स लगाना निर्धारित है। अंडर ब्रिज की ऊंचाई ज्यादा निर्धारित की गई है ताकि इससे भारी और अधिक ऊंचाई वाले वाहन भी आ जा सकते हैं। अंडर ब्रिज के साथ दोनों तरफ साढ़े तीन फीट की सर्विस रोड भी रहेगी। एसएसई से बातचीत के दौरान स्थानीय व्यापारियों ने अंडरब्रिज और सड़क के बीच जो जगह छूट रही है उस पर ढलाई करने की भी मांग रखी तथा कहा कि ढलाई कर इस बड़ी जगह को समतल कर  देने से व्यापारियों और ग्राहकों को एक पार्किंग की जगह मिल जाएगी। इस पर बताया गया कि ढलाई कार्य पर यहां इतना अधिक खर्च बढ़ जाएगा जो कि स्वीकृत होना मुश्किल है। फिलहाल यहां लग रहा है कि समस्या के कुछ हद तक निराकरण के लिए यह स्वीकृत सकता है कि जो रेलवे क्रॉसिंग से चार बॉक्स बनाए जा रहे हैं उनकी संख्या बढ़ाकर 6 तक कर दी जाए।इन बॉक्स के बढ़ जाने से बढ़ जाने उसके ऊपर से आने जाने का रास्ता निकाला जा सकता है। 

सांसद श्री बघेल मैं इस दौरान वहीं से रेलवे के डीआरएम से भी बातचीत की और इस मामले में पॉजिटिव तरीके से स्थानीय लोगों की समस्या का निराकरण करने को कहा। उन्होंने और रेलवे के अधिकारियों ने वहां पूरे निर्माण स्थल तथा प्रभावित हो रहे मार्केट क्षेत्र का भी अवलोकन किया।इस दौरान व्यापारियों ने बताया कि सिंधिया नगर दुर्ग में जाने के लिए रेलवे अंडर ब्रिज पर जिस तरह से मार्ग बनाया  गया है उस तरह से यहां भी व्यवस्था कर देने से दक्षिण गंगोत्री और आकाशगंगा मार्केट को जोड़ा जा सकता है। यहां एक रास्ता यह भी नजर आ रहा है कि दक्षिण गंगोत्री साइड की और बनने वाले मार्ग की चौड़ाई कुछ कम कर दी जाए और इसे आकाशगंगा वाली साइड की ओर बढ़ा  दिया जाए। इससे भी दक्षिण गंगोत्री साइड से turn करने  वाले यात्रियों को सहूलियत मिल सकती है। यह उम्मीद की जा रही है कि यह चौड़ाई घटाने और बढ़ाने का काम जरूर स्वीकृत हो जाएगा। लेकिन यह भी माना जा रहा है कि ऐसा परिवर्तन रेलवे बोर्ड से सहमति और स्वीकृति के बिना नहीं हो सकता। 

सांसद  विजय बघेल ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पूरे देश को वर्ष 2024 तक क्रॉसिंग मुक्त करने का संकल्प किया गया है जिससे कि रेलवे और आम लोगों को कहीं भी आवागमन में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।