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सोने की कीमत ने बदला खरीदारी का तरीका, दस की जगह 8 ग्राम की खरीदी

   रायपुर. सोने की कीमत ने लगातार बढ़ने का काम बंद नहीं किया है ताे अब ग्राहकों ने सोना खरीदने का तरीका ही बदल दिया है। ग्राहक दस की जगह 8 ...

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 रायपुर. सोने की कीमत ने लगातार बढ़ने का काम बंद नहीं किया है ताे अब ग्राहकों ने सोना खरीदने का तरीका ही बदल दिया है। ग्राहक दस की जगह 8 ग्राम, 20 की जगह 15 ग्राम सोना ले रहे हैं। इधर नए साल में सोना अब 58 हजारी बनने काे बेकरार है। सोने की कीमत इस समय 57 हजार 700 रुपए जीएसटी के साथ है। इस माह कभी भी इसकी कीमत में इजाफा होगा और यह 58 हजार हाे जाएगा। दिसंबर के अंत में ही कीमत 56 हजारी पहुंची गई थी। अब नए साल में कीमत में और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। नवंबर में सोना 53 हजारी था। इसके बाद से कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है। कीमत में इजाफा होने के कारण कारोबार पर ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है।
सोने की कीमत बीते साल ज्यादातर समय 50 से 55 हजार के बीच ही रही। बीते साल दिसंबर से पहले सोने की कीमत 55 के पार गई ही नहीं थी। लेकिन साल के अंत में यह रिकॉर्ड टूट गया। सराफा बाजार में यूं तो हर माह खरीदारी होती है, लेकिन धनतेरस, पुष्य नक्षत्र और शादियों के सीजन में ज्यादा खरीदारी होती है। अक्षय तृतीया के बाद देवउठनी एकादशी के बाद शादियों का सीजन लगने पर सराफा बाजार गुलजार रहता है। इस बार भी सराफा बाजार इस समय शादियों के सीजन को लेकर गुलजार है तो इसकी कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है। एक माह के लिए लगा खरमास अब समाप्त होने वाला है और 15 जनवरी से फिर से शादियां होने लगेंगी।
साढ़े 7 हजार बढ़ी कीमत
लोगों ने धनतेरस और पुष्य नक्षत्र में शादियों के लिए भी जमकर खरीदारी की है। जिन लोगों ने उस समय खरीदारी कर ली, उनको बचत हो गई है, लेकिन जो लोग खरीदारी नहीं कर पाए हैं उसको अब एक तोले पर साढ़े सात हजार तक की चपत लग रही है। सोना ढाई माह पहले नवंबर के प्रारंभ में 50 हजार दो सौ रुपए के आस-पास था जो अब बढ़कर 57 हजार 700 हो गया है। यानी ढाई माह में कीमत में साढ़े हजार का इजाफा हो गया है।
अब कम ग्राम की खरीदारी
सराफा कारोबारी हरख मालू के मुताबिक अब ग्राहकों पर कीमत बढ़ने का असर नहीं होता है। अब ग्राहकों ने अपनी खरीदारी का तरीका बदल दिया है। जिनको दस ग्राम की जरूरत होती है, अपने बजट के मुताबिक वे 8 ग्राम ले लेते हैं। जिनको 20 ग्राम की जरूरत होती है वो 15 या 16 ग्राम लेते हैं। जिनको पांच तोले की जरूरत होती है, वो चार तोला ले लेते हैं। बाजार में करीब पहले जितने ही कारोबार हो रहा है।