दुर्ग । असल बात न्यूज़।। पुलिस विभाग की आम जनमानस में भले ही कुछ भी छवि हो लेकिन विभाग के बार-बार कई ऐसे काम सामने आते हैं जिसकी सराहना किए...
दुर्ग ।
असल बात न्यूज़।।
पुलिस विभाग की आम जनमानस में भले ही कुछ भी छवि हो लेकिन विभाग के बार-बार कई ऐसे काम सामने आते हैं जिसकी सराहना किए बिना कोई नहीं रह सकेगा। एक महिला के प्रसव पीड़ा से बेहाल होने की जानकारी मिली थी। परिस्थितियों की गंभीरता को देखते हुए एंबुलेंस का इंतजार ना कर उसे विभाग के 112 गाड़ी से ही अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की गई लेकिन रास्ते में ही उसका सुरक्षित प्रसव हो गया। उन्हें सुरक्षित जिला अस्पताल पहुंचा दिया गया है जहां जच्चा बच्चा दोनों के सुरक्षित होने की जानकारी मिली है। पुलिस विभाग का यह काम अनुकरणीय है।
सरकार के द्वारा देश में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जननी सुरक्षा योजना के साथ कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। सुरक्षित प्रसव के लिए समय से घर से अस्पताल पहुंचे और अस्पताल से घर पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस की सेवा भी उपलब्ध है। जननी एक्सप्रेस वाहनों का उपयोग प्रसूताओं को अस्पताल ले जाने और घर पहुंचाने के लिए किया जाता है।प्रसव के तुरंत बाद बच्चे की उचित देखभाल के लिए जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम है तो यदि किसी कारणवश मां की प्रसव के दौरान मृत्यु हो जाती है तो मातृ मृत्यु की समीक्षा भी होती है ।
जानकारी के अनुसार इस मामले में एमडीजी क्रमांक 38 में इवेंट मिला था कि एक महिला प्रेग्नेंट है इसकी डिलीवरी का समय आ गया है। मौके पर पहुंचने पर कॉलर को बार-बार कॉल लगाया लेकिन कॉलर का नंबर कभी व्यस्त कभी स्विच ऑफ बता रहा था। mdt जीपीएस की सहायता से तथा आसपास के लोगों से पूछने पर जानकारी लेते हुए टीम कॉलर के घर पहुंची। वहां महिला को प्रसव पीड़ा से पीड़ित पाया गया। विभाग की टीम ने तत्काल में लेकर उसे एंबुलेंस का इंतजार ना करते हुए 112 की गाड़ी में है अस्पताल पहुंचाने की तैयारी की गई। रास्ते में ही उसकी डिलीवरी हो गई।
जानकारी के अनुसार जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित है । उन्हें बाद में जिला अस्पताल दुर्ग पहुंचाया गया है। रूटीन में वापस आया 112 मोहन नगर जीता टू में आरक्षक एमन चंद्राकर क्रमांक 17 12 चालक मनीष निर्मलकर आईडी नंबर 371 ड्यूटी पर तैनात थे।