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कांग्रेस ने उदयपुर के चिंतन शिविर में इस सिद्धांत के पालन का फैसला

   नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद पर फिलहाल बने रह सकते हैं क्योंकि पार्टी ने अभी तक उच्च स...

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 नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद पर फिलहाल बने रह सकते हैं क्योंकि पार्टी ने अभी तक उच्च सदन में उनकी जगह किसी चेहरे पर फैसला नहीं किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खड़गे संसद के शीतकालीन सत्र तक इस पद पर बने रह सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया था।

तब कहा जा रहा था कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को यह पद मिल सकता है। बाद में पूर्व केंद्रीय वित्त और गृह मंत्री पी चिदंबरम का भी नाम इस पद की दौड़ में जुड़ा लेकिन दिग्विजय सिंह का ही पलड़ा भारी दिखा।

हिन्दीभाषी नेता की दरकार:
दरअसल, एक-एक कर सभी हिन्दी पट्टी राज्यों से सिमटती जा रही कांग्रेस किसी हिन्दी भाषी को ही इस पद पर नियुक्त करना चाहती है क्योंकि लोकसभा में पहले से ही गैर हिन्दी भाषी अधीर रंजन चौधरी यह पद संभाल रहे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह की दावेदारी मजबूत है लेकिन फिलहाल वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हैं। इसलिए वह संसद के शीतकालीन सत्र तक संसद से गैर हाजिर रह सकते हैं। दिग्विजय सिंह भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक भी हैं। 

संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा जो 29 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 23 दिनों में कुल 17 बैठकें होंगी।

उदयपुर चिंतन शिविर के मसौदे का उल्लंघन:
अगर खड़गे राज्यसभा में नेता विपक्ष और पार्टी अध्यक्ष (दो पद) धारण करते हैं, तो यह पार्टी के "एक व्यक्ति, एक पद" नीति से ठीक उलटा होगा। कांग्रेस ने उदयपुर के चिंतन शिविर में इस सिद्धांत के पालन का फैसला किया था। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के वक्त राहुल गांधी ने अशोक गहलोत के दोहरे पद के दावे पर जोर देकर कहा था कि पार्टी में 'एक व्यक्ति, एक पद' का सिद्धांत लागू है।

सोनिया ने बुलाई बैठक:
इस बीच, सोनिया गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल के 'रणनीति समूह' की बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राज्यसभा से केवल मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल को ही बुलाया गया । पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह को इस बैठक में नहीं बुलाया गया। 

अनुभवी नेताओं की कमी:
मौजूदा समय में राज्यसभा में कांग्रेस के 31 सांसद हैं। दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम के अलावा संसद के इस उच्च सदन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में जयराम रमेश हैं जो पार्टी के मीडिया प्रभारी हैं। इनके अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह हैं, जिनकी तबीयत ठीक नहीं है और काफी बुजुर्ग हैं। पार्टी के अन्य राज्यसभा सांसदों में शक्ति सिंह गोहिल, राजीव शुक्ला, अभिषेक मनु सिंघवी, रंजीत रंजन, अखिलेश सिंह हैं लेकिन इन सभी का अनुभव अभी कम है।