गांधीनगर. गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए मतदान का दूसरा दौर जारी है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच रहा मुकाबले में अब आम आदमी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन जैसे खिलाड़ियों की भी एंट्री हो गई है। फिलहाल, चर्चा का मुद्दा दल-बदल और बागी नेता हैं, जो अपनी पार्टियों के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं। दूसरे चरण की ऐसी ही 5 सीटों को विस्तार से समझते हैं।
वीरमगाम
पाटीदार आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे हार्दिक पटेल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का
दामन थाम चुके हैं। खास बात है कि यह उनका चुनावी डेब्यू भी है। उन्हें
कांग्रेस प्रत्याशी लाखा भरवाड़ के खिलाफ भाजपा ने टिकट दिया है। बड़ा
औद्योगिक क्षेत्र मानी जाने वाली इस सीट पर करीब 2.5 लाख मतदाता है और
इनमें पाटीदारों की संख्या 38 हजार है।
वडगाम (एससी)
साल 2017 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने
जीत हासिल की थी। फिलहाल वह कांग्रेस में हैं, जिनका मुकाबला मणिभाई वाघेला
से है। वाघेला पूर्व कांग्रेस विधायक हैं, जो भाजपा में आ गए थे।
बानसकांठा जिले की इस सीट पर अनुसूचित जनजाति और मुसलमान वोट अहम भूमिका
निभाते हैं। AIMIM के अलावा AAP की तरफ से मेवाणी के ही करीबी दलपत भाटिया
मैदान में हैं।
वाघोडिया
भाजपा की तरफ से टिकट नहीं मिलने के बाद मौजूदा विधायक मधु श्रीवास्तव
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं। वह पूर्व भाजपा नेता और
निर्दलीय उम्मीदवार धर्मेंद्र सिंह वाघेला के खिलाफ मैदान में हैं। भाजपा
ने इस बार वडोदरा जिला प्रमुख अश्विन पटेल पर भरोसा जताया है। जबकि,
कांग्रेस ने सत्यजीतसिंह गायकवाड़ को टिकट दिया है।
गोधरा
साल 2002 में हुए दंगों में गोधरा का नाम जमकर गूंजा था। यहां चारों
पार्टियों ने उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा ने विधायक सीके रउलजी, कांग्रेस
ने रश्मिता चौहान को टिकट दिया है। अल्पसंख्यक मतों के अलावा ओबीस मतदाता
बड़ी संख्या में हैं।
अंकलाव
आणंद जिले के अंकलाव में कांग्रेस ने अमित चावड़ा को मौका दिया है। वह
गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रमुख भरत सोलंकी के कजिन हैं। कांग्रेस की इस
सीट पर सेंध लगाने में असफल रही भाजपा ने इसबार गुलाबसिंह पाढ़ियार को
मैदान में उतारा है।