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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 17 दिसम्बर 2018 को पद और गोपनीयता की शपथ ली

   मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार 17 दिसम्बर को चार साल पूरा कर रही है। सरकार ने इसको छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के रूप में म...

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 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार 17 दिसम्बर को चार साल पूरा कर रही है। सरकार ने इसको छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। इस दिन राज्य के सभी गोठानों, सहकारी समितियों, धान खरीदी केंद्रों, तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्रों, वनोपज प्रबंधन समितियों, हाट-बाजारों, नगरीय क्षेत्रों के वार्डों में कार्यक्रमों का आयोजन होगा। सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी लोगों को संबोधित करेंगे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा, पिछले चार साल छत्तीसगढ़ के लिए बेहद गौरवपूर्ण रहा है। किसानों के लिए, मजदूरों के लिए, आदिवासियों के लिए, लघु वनोपज संग्राहकों के लिए, बच्चों के लिए हो चाहे स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो, सभी क्षेत्रों में चाहे औद्योगिक विकास हो, व्यवसाय के विकास में सभी में हम लोगों ने काम किया है। संकट में भी हम लोगों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। ऐसे में यह जो चार साल पूरा हो रहे हैं वह छत्तीसगढ़ का गौरव है।

छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 दिसम्बर को आए थे। 67 सीट जीतकर कांग्रेस प्रचंड बहुमत से सरकार में आई। 17 दिसम्बर को कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेश बघेल ने रायपुर के बलवीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसी के साथ कांग्रेस की सरकार ने कामकाज शुरू किया। शपथ ग्रहण समारोह के दो घंटे बाद ही राज्य कैबिनेट की पहली बैठक हुई। उसमें मुख्यमंत्री के साथ मंत्री टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू बैठे।

इस कैबिनेट ने एक झटके में किसानों के अल्पकालिक कृषि ऋण को माफ करने का फैसला किया। किसानों का बकाया सिंचाई कर भी माफ कर दिया गया। वहीं 2500 रुपया प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का भी फैसला हो गया। इसमें दो बड़े वादों - कर्जमाफी और धान के दाम को ही कांग्रेस की सत्ता में वापसी की वजह माना गया था। पिछले चार साल में पांच विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव हुए। सभी में कांग्रेस जीती। अब विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 71 है। छत्तीसगढ़ में यह अब तक की सबसे बड़े बहुमत वाली सरकार भी है।

गोठानों-सहकारी समितियों में होगा आयोजन

छत्तीसगढ़ गौरव दिवस की जो रूपरेखा तय हुई है उसके मुताबिक 17 दिसंबर सुबह 11 बजे सभी गोठानों में किसानों, गोठान समिति के अध्यक्ष-सदस्यों, पशुपालकों, भूमिहीन मजदूरों, जनप्रतिनिधियों, राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों सहित स्थानीय निवासियों को आमंत्रित किया जाएगा। यहां लोगों को पिछले चार साल में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हासिल की गई उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही शासन की प्रमुख योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जाएगी। दोपहर 3 बजे प्राथमिक सहकारी समितियों और धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को आमंत्रित किया जाएगा। यहां सरकार की कृषि संबंधी प्रमुख योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।

वन और शहरों में भी अलग-अलग आयोजन

वन क्षेत्रों में इसी दिन सुबह 11 बजे तेंदुपत्ता संग्रहण केन्द्रों एवं वनोपज प्रबंधन समिति के कार्यालय स्थलों पर भी किसानों एवं मजदूरों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। सभी जिलों में संचालित हाट बाजार में भी लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियां दी जाएंगी। नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर सुबह 11 बजे से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वार्ड के निवासियों को आमंत्रित करते हुए शासन की चार वर्षों की उपलब्धियों की जानकारी दी जानी है।