दुर्ग, राजनांदगांव। असल बात न्यूज़।। जल संसाधन विभाग की एक उप अभियंता को आज निलंबित कर दिया गया है। उनका कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण...
दुर्ग, राजनांदगांव।
असल बात न्यूज़।।
जल संसाधन विभाग की एक उप अभियंता को आज निलंबित कर दिया गया है। उनका कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण के विपरीत पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है। संभाग के आयुक्त के द्वारा इस पर निलंबन का आदेश जारी किया गया है। जानकारी मिली है कि उक्त उप अभियंता के खिलाफ लापरवाही बरतने जिसके चलते 20 किसानों की फसल खराब हो गई कि शिकायत को सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है।
उल्लेखनीय है कि संभागायुक्त महादेव कावले के द्वारा पूरे संभाग में प्रशासनिक कामकाज में कसावट लाने लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। वह क्षेत्र में लगातार दौरा कर प्रशासनिक कामकाज की वस्तु स्थिति का निरीक्षण भी कर रहे हैं तथा लोगों से मुलाकात कर उनकी शिकायतों की जानकारी भी ले रहे हैं।इस मामले में भी उन्होंने कड़ा रुख अख्तियार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले के कलेक्टर के द्वारा उप अभियंता जल संसाधन विभाग के खिलाफ छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण के विपरीत कृत्य के मामले को लेकर निलंबन करने का प्रस्ताव भेजा गया था। संभागायुक्त के द्वारा इस मामले को गंभीरता से लिया गया तथा इसमें तथ्यात्मक जानकारियां जुटाई गई। इसके बाद इसमें उक्त अधिकारी का निलंबन आदेश जारी कर दिया गया है।
मामले के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त उप अभियंता राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड में पदस्थ थी। क्षेत्र में पिछले 12 सितंबर को भारी बारिश हुई थी। यहां डोंगरगढ़ विकासखंड के अंतर्गत मटियादर्री एनिकट कम काजवे का निर्माण वर्ष 2016 के दौरान किया गया है। इसकी लंबाई लगभग 173 मीटर एवं ऊंचाई 2.5 मीटर है। एनिक्ट के निर्माण के आसपास के इलाकों में भूजल स्तर में वृद्धि हुई तथा वहां के किसानों द्वारा स्वयं के साधनों से सिंचाई की व्यवस्था कर खरीफ एवं रबी की फसल के उत्पादन में बढ़ोतरी की गई। शिकायत के अनुसार पिछले 12 सितंबर को जब भारी बारिश हुई तो वहां कैचमेंट से और मोगरा बैराज से पानी छोड़ दिया गया।इस दौरान वहां लगभग 85 हजार 400 क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया जिससे वहां भारी बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई। इससे एनीकट का बायां तट आउट फ्लेकिंग हो गया और 20 से अधिक किसानों की लगभग 5 एकड़ फसल खराब हो गई तथा जमीन का कटाव हो गया जिससे किसानों को भारी क्षति हुई है।
इस मामले में वहां के कार्यपालन अभियंता के द्वारा जिला कलेक्टर राजनांदगांव के समक्ष पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है जिसमें उप अभियंता के कार्य पर असंतोष जताया गया है। जिला कलेक्टर राजनांदगांव में दौरा इस बारे में पूरी जानकारी संभाग आयुक्त दुर्ग को उपलब्ध कराई गई है तथा उन्होंने अपने पत्र में उप अभियंता के निलंबन की अनुशंसा भी की है। इसके बाद संभागायुक्त दुर्ग के द्वारा उप अभियंता को निलंबित कर दिया गया है।