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धान के अवैध परिवहन को रोकने चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग तेज

  रायपुर । असल बात न्यूज़।।  राज्य में हर जगह, समितियों में धान की बड़े पैमाने पर आवक शुरू हो गई है। लगातार धूप निकलने तथा पिछले लगभग 20 दिन...

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रायपुर ।

असल बात न्यूज़।। 

राज्य में हर जगह, समितियों में धान की बड़े पैमाने पर आवक शुरू हो गई है। लगातार धूप निकलने तथा पिछले लगभग 20 दिनों से कहीं भी बारिश नहीं होने से खेतों में नमी अब समाप्त हो रही है और धान की कटाई भी तेज होने लगी है। इसी के साथ समितियों में बाहर से लाकर धान बेचे जाने की शिकायतें भी बढ़ती जा रही है। कुछ मामले पकड़े गए हैं, लेकिन सब पर नियंत्रण रख पाना आसान नहीं है। गिरिया पुर में ऐसा मामला सामने आया है जहां धान के फसल की कटाई नहीं हुई है और किसान 40 क्विंटल धान बेचने पहुंच गया । ऐसी स्थिति हर समितियों में निर्मित होने की आशंका बनी हुई है। दूसरे राज्यों से सटे जिले राजनांदगांव, दुर्ग, धमतरी, महासमुंद, कोरिया जसपुर जैसे जिलों में बाहर से थाना कर बेचने की शिकायतें अधिक होती हैं।

राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। 25 नवंबर तक किसानों से 16 लाख 73 हजार 370 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है, जिसके एवज में किसानों को 34 करोड़ 81 लाख 65 हजार रूपए का भुगतान भी बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत किया जा चुका है। धान बेचने में किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, इसको लेकर पूरी व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध हैं। 

समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए इस साल राज्य सरकार द्वारा किसानों को ऑनलाइन टोकन जारी करने की व्यवस्था के चलते किसानों को सहूलियत होने लगी है। बड़ी संख्या में किसान टोकन तुंहर हाथ एप के माध्यम से धान बेचने के लिए अपनी मर्जी के मुताबिक तिथि का चयन करने लगे हैं। इसके साथ ही उपार्जन केन्द्रों द्वारा मैन्युअल रूप से किसानों को टोकन जारी करने की व्यवस्था पूर्व वर्षों की भांति जारी है। 

जानकारी के अनुसार इस साल राज्य में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.23 लाख नये किसान हैं। राज्य में धान खरीदी के लिए 2568 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है।  धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव किया जा रहा है। आज की स्थिति में 11.53 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किया गया है, जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 7.23 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। 

  कोरिया जिले में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह द्वारा धान उपार्जन केंद्रों में  नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है । जिनके द्वारा लगातार उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में गत दिवस 25 नवंबर को आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित गिरजापुर में संदेह के आधार पर एक किसान के टोकन की जांच की गई जिसमें 42.40 क्विंटल धान विक्रय हेतु टोकन लिया गया था।

 इसकी जांच सहायक आयुक्त एवं नोडल अधिकारी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित गिरजापुर, जिला खाद्य अधिकारी, प्रबंधक गिरजापुर, पटवारी एवं अन्य के उपस्थिति में की गई। किसान के टोकन पर धान विक्रय हेतु पहुंची पत्नी और वाहन चालक द्वारा पूछताछ के दौरान भ्रामक जानकारी दी गयी। उक्त संबंध में पटवारी द्वारा स्थल जांच भी की गयी। जिसमें पता चला कि खातेदार किसान की भूमि का धान अभी कटा नहीं है। मौके पर पंचनामा तैयार किया गया और धान को जप्त कर लिया गया। कलेक्टर श्री लंगेह के मार्गदर्शन में जिले में प्रशासनिक टीमों के द्वारा अवैध धान भंडारण और परिवहन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अवैध धान आवक पर लगातार प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।