Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

गूगल से निकाले जाएंगे करीब 10 हजार कर्मचारी, यह है अल्फाबेट की योजना

  एक के बाद एक कई टेक कंपनियां अपने ढेरों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं और अब Google भी इस लिस्ट में शामिल हो चुकी है। Alphabet प...

Also Read

 


एक के बाद एक कई टेक कंपनियां अपने ढेरों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं और अब Google भी इस लिस्ट में शामिल हो चुकी है। Alphabet पैरेंट कंपनी वाली गूगल की योजना करीब 10,000 कर्मचारियों को निकालने की है। दरअसल, बाकी कंपनियों की तरह गूगल पर भी डाउनसाइजिंग का दबाव बढ़ता जा रहा है। 

The Information की एक रिपोर्ट से सामने आया है कि गूगल मैनेजर्स से 'बुरा प्रदर्शन' करने वाले कर्मचारियों का एनालिसिस करने को कहा गया है। सामने आया है कि कंपनी अपने करीब 6 प्रतिशत कर्मचारियों की छुट्टी करने वाली है, इस आधार पर साफ है कि 10,000 के करीह कर्मचारियों की नौकरी जाएगी। गूगल रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर लो-रैंक वाले कर्मचारियों को निकाल सकती है।


पिछली तिमाही में गूगल से जुड़े ढेरों कर्मचारी
गूगल ने पिछली तिमाही में तेजी से हायरिंग की और ढेरों कर्मचारी कंपनी से जुड़े हैं। एक्सपर्ट्स पहले भी कंपनी को इसकी तेजी से बढ़ती वर्कफोर्स और उसकी सैलरी से जुड़ी चेतावनी देते रहे थे। अरबपति इन्वेस्टर क्रिस्टोफर हॉन ने दावा किया था कि गूगल अपने कर्मचारियों को इंडस्ट्री के मुकाबले ज्यादा भुगतान कर रही है और जरूरत से ज्यादा कर्मचारी हायर कर रही है।

कंपनी ने पहले दिए थे हायरिंग से जुडे़ संकेत
टेक कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि इसकी ओर से साल की आखिरी तिमाही में हायरिंग की प्रक्रिया धीमी कर दी जाएगी। हालांकि, मौजूदा हालातों के चलते इस कंपनी को सामान्य स्थितियों से करीब तीन गुना कर्मचारियों को निकालना पड़ रहा है। बता दें, अभी अल्फाबेट में करीब 1,87,000 कर्मचारी काम करते हैं और यह टेक इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है।

बाकी कंपनियां भी कर रही हैं ऐसे ही फैसले
गूगल के अलावा मेटा, ट्विटर और अमेजन की ओर से भी डाउनसाइजिंग से जुड़े फैसले लिए गए हैं। मेटा ने करीब 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है और ट्विटर में पिछली टीम के केवल एक तिहाई कर्मचारी बचे हैं। अमेजन ने संकेत दिए हैं कि इसकी ओर से कर्मचारियों को निकालने की प्रक्रिया अगले साल 2023 तक जारी रह सकती है।