मुंबई. एकनाथ शिंदे गुट के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सरकार बनाकर उद्धव ठाकरे को करारा झटका देने वाली भाजपा अब भी अपने अभियान को रोकने के म...
मुंबई. एकनाथ शिंदे गुट के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सरकार बनाकर उद्धव ठाकरे को करारा झटका देने वाली भाजपा अब भी अपने अभियान को रोकने के मूड में नहीं हैं। दोनों दिनों के मुंबई दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने इसके संकेत दिए हैं। कहा जा रहा है कि सोमवार को पार्टी नेताओं की मीटिंग के दौरान अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे को सबक सिखाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ विश्वासघात किया है और उन्हें सबक सिखाना जरूरी है। भाजपा के एक नेता ने अमित शाह के बयान का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने कहा, 'राजनीति में हम सब कुछ सह सकते हैं, लेकिन धोखेबाजी बर्दाश्त नहीं की जा सकती।'
इसके अलावा अमित शाह ने बीएमसी चुनाव की तैयारियों का भी जायजा लिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें इस प्लान पर काम करना चाहिए कि कैसे बीएमसी चुनाव में हम मिशन 150 के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। बता दें कि बीएमसी देश का सबसे बड़ा नगर निकाय है और भाजपा लंबे समय से इस पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है। इस बार उसने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर शिवसेना को घेरने की तैयारी की है। यही नहीं कुछ इलाकों में भाजपा राज ठाकरे के साथ भी मिलकर उतरना चाहती है। माना जा रहा है कि इसके जरिए वह शिवसेना के वोट काटने की प्लानिंग कर रही है।
पिछले दिनों देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से मुलाकात की थी। उसके बाद से ही कयास लग रहे हैं कि बीएमसी चुनाव में राज ठाकरे भाजपा और एकनाथ गुट के साथ आ सकते हैं। अमित शाह रविवार शाम को ही मुंबई पहुंचे थे और आज सुबह वह कई स्थानों पर गणेश पूजा में शामिल हुए। इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस समेत कई नेता उनके साथ थे। वह दो दिनों तक मुंबई में रहने वाले हैं। एकनाथ शिंदे सरकार के गठन के बाद वह पहली बार महाराष्ट्र पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि वह भाजपा से जुड़े मामलों और बीएमसी चुनाव की तैय़ारियों पर चर्चा करने वाले हैं। खासतौर पर उद्धव ठाकरे की इससे टेंशन बढ़ सकती है, जो सत्ता से बेदखल होने के बाद पार्टी तक को अपने पाले में बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।