कोई लक्ष्य इंसान के संघर्ष से बड़ा नहीं ! हारा वही जो लड़ा नहीं !! भिलाई । असल बात न्यूज़। स्वरूपानन्द महाविद्यालय में खेल तथा एनएसएस विभाग ...
कोई लक्ष्य इंसान के संघर्ष से बड़ा नहीं !
हारा वही जो लड़ा नहीं !!
भिलाई ।
असल बात न्यूज़।
स्वरूपानन्द महाविद्यालय मेंखेल तथा एनएसएस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में कैरम तथा शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
खेल अधिकारी श्री एम एम तिवारी ने प्रतियोगिता के आयोजन के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत के दिग्गज हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद ने खेल में उत्तम प्रदर्शन द्वारा देश का नाम बहुत ऊँचा किया है, इसीलिए उनके जन्मदिवस अर्थात 29 अगस्त को ही राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। यह दिन देश के खेल नायकों और चैंपियनों को भी समर्पित है, जो देश को गौरवान्वित करने की दिशा में उनके योगदान और समर्पण का सम्मान करते हैं।
एनएसएस नोडल अधिकारी श्रीमती संयुक्ता पाढ़ी ने कहा कि खेल के माध्यम से हम अपने देश के युवाओं में खेल को अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते है और उनके अंदर ये भावना उत्पन्न कर सकते हैं, कि वे अपने खेल के बेहतर प्रदर्शन के द्वारा खुद की तरक्की तो कर ही सकते हैं, साथ ही साथ उनके अच्छे खेल प्रदर्शन से देश का नाम भी वे ऊँचा करेंगे और राष्ट्रीय गौरव भी बढाएँगे.
दोनों प्रतियोगताओं में सभी विभाग के विद्यार्थियों ने अपनी सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्रतियोगिताओं में विजेता निम्नलिखित हैं :
शतरंज पुरूष वर्ग में देवदत्त महानंद प्रथम, आशीष सोनी द्वितीय, गौरव सुब्बा तृतीय
महिला वर्ग में प्रथम --राधिका साहू, द्वितीय -- के हेमा, तृतीय-तान्या सुब्बा
कैरम प्रतियोगिता पुरुष में प्रथम--आनंद , द्वितीय--कंवलजीत,
महिला कैरम में प्रथम-- पी एस डेजी, द्वितीय-- शीतल, रहे
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि यह दिवस देश के महान खिलाडियों को सम्मान स्वरुप याद करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय खेल दिवस के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य खेल के महत्त्व के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और दैनिक जीवन में शारीरिक रूप से सक्रिय रहना है।
मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि खेल दिवस के प्रतिभागिओं की प्रशंसा करते हुए कहा की खेल फिट रखने का बहुत ही बेहतरीन जरिया हैं, तो इंडोर या आउटडोर गेम्स जैसे भी संभव हो, किसी न किसी खेल को अपने रोज़मर्रा जीवन का हिस्सा अवश्य बनाना चाहिए ।