रायपुर. प्रदेश भर में मानसून की सक्रियता के चलते मंगलवार को झमाझम वर्षा हुई। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के विभिन्ना जिलों के साथ ही प...
रायपुर. प्रदेश भर में मानसून की सक्रियता के चलते मंगलवार को झमाझम वर्षा हुई। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के विभिन्ना जिलों के साथ ही प्रदेश भर में वर्षा हुई। वर्षा का अंदाजा भी इसे देखकर ही लगाया जा सकता है कि नदी-नाले तो उफान पर आ गए, साथ ही मुख्य सड़कों पर भी जलभराव की स्थित बन गई।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार को भी प्रदेश के विभिन्ना क्षेत्रों में भारी वर्षा और कुछ क्षेत्रों में अति भारी वर्षा हो सकती है। भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्य रूप से मध्य छत्तीसगढ़ बना रहेगा। मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग समेत छह जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही बस्तर, दंतेवाड़ा समेत 12 जिलों के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। वर्षा के चलते प्रदेश के अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ गई।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक जून से लेकर मंगलवार नौ अगस्त तक प्रदेश में 70 दिनों में 701.7 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य से दो प्रतिशत अधिक हो गई है। सामान्य वर्षा के रूप में इतने दिनों में 686.6 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी। प्रदेश भर में बीजापुर में सर्वाधिक 1,866.5 मिमी वर्षा हुई है और सरगुजा में सबसे कम 284.7 मिमी वर्षा हुई है।
प्रदेश में जगदलपुर का अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियलस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। इसी प्रकार रायपुर का अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है।
आरेंज अलर्ट क्षेत्र-
बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, बालोद, गरियाबंद और उससे लगे कुछ जिलों में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है।
यलो अलर्ट क्षेत्र
रायपुर, दुर्ग, कबीरधाम, बलौदाबाजार, जांजगीर, बेमेतरा तथा उससे लगे कुछ जिलों में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा और बिजली भी गिर सकती है।