बिलासपुर। कोटा के ग्राम सोनसाय नवागांव में बीमार हुए 21 बच्चे अब पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। सभी बच्चों की हालत सामान्य है। मंगलवार को ...
बिलासपुर। कोटा के ग्राम सोनसाय नवागांव में बीमार हुए 21 बच्चे अब पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। सभी बच्चों की हालत सामान्य है। मंगलवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में मौजूद रही। उल्टी, दस्त को कोई भी नया मरीज नहीं मिला है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ गई है। गांव के बच्चों ने बीते शनिवार को स्कूल में मध्यान्ह भोजन किया था। इसके बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। एक के बाद एक 21 बच्चें बीमार हो गए।
उन्हें उल्टी, दस्त की समस्या होनी लगी। ऐसे में सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच करने में डायरिया या फिर फूड पाइजनिंग की वजह से बच्चों की हालत बिगड़ने की बात आई थी। हालांकि अभी तक बच्चों की बीमार होने की वजह सामने नहीं आ सकी है। डायरिया की आशंका से पानी का सैंपल लिया गया है। जांच रिपोर्ट में यदि हानिकारक वायरय मिलते हैं और पानी दूषित मिला तो फिर से क्षेत्र में नियंत्रण कार्य शुरू किया जाएगा। सीएमएचओ डा. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि स्थिति दो दिन में ही नियंत्रण में आ गई है। इसमें राहत की बात यह है कि और भी मरीज नहीं बढ़े हैं। गांव को अभी भी निगरानी में रखा गया है।
डायरिया को लेकर शहरी क्षेत्र संवेदनशील
डायरिया को लेकर शहर के स्लम क्षेत्र बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। जहां बीच-बीच में डायरिया के मरीज मिल रहे हैं। इसकी पुष्टि सिम्स व जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों से हो रही है। वर्षा ऋतु में पानी के दूषित होने की आशंका रहती है। इसके सेवन से ही लोग डायरिया की चपेट में आते हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्र में भी मितानिनों को डायरिया के मरीज खोजने की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही बच्चों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। बच्चे आसानी से डायरिया की चपेट में आ जाते हंै।