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स्वरुपानंद महाविद्यालय:“कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जनके दुष्प्रभाव पर विद्यार्थियों ने कीचिंता व्यक्त

  भिलाई । असल बात न्यूज़।। शरीर में कार्बन डाईऑक्साइड बढ़ने से फेफड़ों और हार्ट को हो सकता है गंभीर नुकसान यह विचार व्यक्त किया स्वरुपानंद  मह...

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 भिलाई ।

असल बात न्यूज़।।

शरीर में कार्बन डाईऑक्साइड बढ़ने से फेफड़ों और हार्ट को हो सकता है गंभीर नुकसान यह विचार व्यक्त किया स्वरुपानंद  महाविद्यालय में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने कार्बन डाइऑक्साइड के दुष्प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए लिखा। इसका 10 प्रतिशत या उससे अधिक मात्रा का एक्सपोजर मृत्यु, बेहोशी या  उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई के हिंदी विभाग एवं फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड निगमन  कार्यालय भिलाईके संयुक्त तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत “कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी पर्यावरण एवं संधारणीयता” विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के 66 विद्यार्थियों ने भाग लिया विद्यार्थियों की संख्या पर्यावरण के प्रति उनकी जागरूकता को व्यक्त करती है। निबंध प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह श्री पंकज त्यागी उप महाप्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन)/ फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड निगमन कार्यालय भिलाई की अध्यक्षता में संपन्न हुआ मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ श्रीमती हंसा शुक्ला ,विशेष अतिथि के रूप में फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड के राजभाषा अधिकारी श्री छगनलाल नागवंशी उपस्थित हुए।

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम प्रभारी डॉ सुनीता वर्मा ने कहा मनुष्य ही पर्यावरण का सबसे बड़ा शत्रु है और आज उसे विनाश के कगार पर ला खड़ा किया है इंसानों ने जलवायु को बहुत ज्यादा दूषित कर दिया है. 2021 में पृथ्वी बुरी तरह प्रभावित हुई. महासागर ज्यादा गर्म हो गए हैं, फसलों की उपज घट रही है. अगर यही स्थिति रही, तो ना खाने को अन्न मिलेगा ना सांस लेने के लिए साफ हवा. विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इंसानों द्वारा. जंगलों को उजाड़ने और जीवाश्म ईंधन को जलाने की वजह से, जलवायु  में  जो परिवर्तन हुआ है  वह मानव सभ्यता के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया. 

श्री पंकज त्यागी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में महाविद्यालय व प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा महाविद्यालय में इस प्रकार के कार्यक्रम होने से विद्यार्थियों की बहुमुखी प्रतिभा का विकास होता है आज संपूर्ण भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है  आज़ादी जिम्मेदारी लेकर आती है आजादी का उपयोग करना है तो जिम्मेदारियों का कर्तव्यों का निर्वहन के लिए तैयार रहना चाहिए। औद्योगिक क्रांति के बाद हम बधाई नहीं अपितु ताड़ना के पात्र हैं  पानी के अंधाधुंध दोहन से जल स्तर नीचे गिर गया है कहीं-कहीं तो भूमिगत जल स्तर समाप्तप्राय हो गया है। हम भावी पीढ़ी को कहां लेकर जा रहे हैं इसके लिए वह हमें कभी माफ नहीं करेगी भावी पीढ़ी को प्रकृति के संरक्षण में अपनी भूमिका अदा करना होगा नहीं तो आने वाली  पीढ़ी जीवित नहीं रह पाएगी आप लोगों का दायित्व ज्यादा बनता है। उन्होंने कहा प्रकृति व भगवान को हम  अवसर दें तो वह स्वयंपर्यावरणको ठीक कर लेते हैं।

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने बताया यदि प्रति व्यक्ति कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि विश्व में अमेरिका का इसके बाद कनाडा, रूस, जापान और जर्मनी का नम्बर आता है. इस  आधार पर यह कहा जा सकता है कि विश्व में सबसे अधिक कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करने वाले देशों में पहले 5 स्थान पर सिर्फ विकसित देश काबिज हैं. इसलिए यदि सम्पूर्ण विश्व में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम करना है तो पहल सबसे पहले विकसित देशों को ही करना होगा।

प्राचार्य डॉ श्रीमती हंसा शुक्ला ने प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा सबसे अधिक बधाई के पात्र विद्यार्थी हैं जिन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया आप भले ही नेट में सर्च कर लिखे होंगे परंतु जब भी हम लिखते हैं तो समस्याओं के प्रति हमारी जानकारी बढ़ती है व पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए कदम उठाने का प्रयास करते हैं

श्री छगनलाल नागवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा हम लोग ने आजादी मेहनत और कुर्बानियों से पाई है आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं वह लाखों लोगों के बलिदान के कारण संभव हो पाया  हैं इस आजादी को बनाए रखना युवाओं की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है

प्रथम स्थान प्राप्त  मोनिका वर्मा बीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष  ने कार्बन डाइऑक्साइड के दुष्प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए लिखा इसका 10 प्रतिशत या उससे अधिक मात्रा का एक्सपोजर मृत्यु, बेहोशी या  उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।  इसकी अधिकता एक विकासशील भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है।

द्वितीय स्थान प्राप्त किरण तुरकार बीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष बॉक्साइट की अधिकता का दुष्प्रभाव बताते हुए लिखा इसकी थोड़ी अधिकता भी चक्कर आना, सिरदर्द, पसीना, थकान, धुंध, और चरम झुकाव, स्मृति हानि, मतली, उल्टी, अवसाद, भ्रम, त्वचा और आंखों को जलाने, और कानों में बजने का कारण बन सकता है।

निबंध प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड द्वारा पुरस्कृत किया गया पुरस्कृत विद्यार्थियों के नाम इस प्रकार है

प्रथम मोनिका वर्मा बीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष , द्वितीयकिरण तुरकारबीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष , तृतीय देवश्री साहू एम.एस.सी नर्सिंग द्वितीय वर्ष ,सौम्या गुप्ता बीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष , सांत्वनाप्रमोद कुमारएम.एस.सी- तृतीय सेमेस्टर (गणित) , सांत्वना मेधा खैरवार बीएड तृतीय सेमेस्टर, सांत्वना आस्था तिवारी बीएससी नर्सिग प्रथम वर्ष

महाविद्यालय में आयोजित विविध कार्यक्रमों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया गया जिसके नाम इस प्रकार है:-

गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में गणित एवं रसायन शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे

 प्रथम स्थान अंजली शर्मा बी बी ए तृतीय सेमेस्टर 

द्वितीय स्थान सोनम वरदे , बीएससी प्रथम वर्ष , 

तृतीय स्थान पी भाग्यश्री बी बी ए तृतीय सेमेस्टर। 

श्लोक लेखन प्रतियोगिता 

 प्रथम स्थान प्राप्त किया

 आरज़ू पटेल, बी सी ए तृतीय वर्ष,

द्वितीय स्थान पी भाग्यश्री, बी बी ए तृतीय सेमेस्टर,

 तृतीय स्थान पर रहीं अंजली शर्मा बी ए तृतीय सेमेस्टर। 

कविता लेखन 

प्रथम स्थान दीपाली जैन , एम एस सी तृतीय सेमेस्टर , 

द्वितीय स्थान ख़ुशी साहू, बी बी ए पंचम सेमेस्टर,

तृतीय स्थान पर रहीं मेघा उइके ,बी बी ए  पंचम सेमेस्टर।

इसी उपलक्ष्य में एन एस एस कैडेट्स तथा रेड रिबन क्लब के विद्याथियों को भी पुरस्कृत किया गया जिन्होंने "असमानताओं को समाप्त करें तथा एड्स का अंत करें" थीम पर नाटक (स्किट) के द्वारा रिसाली के झोपड़पट्टी इलाके  एड्स जागरूकता की मुहीम छेड़ी,  नाटक में  दीक्षापाल ,पुरुषोत्तम ,यशस्वी साहू ,अंशु ,प्रीती सिंह ,युक्ति,आरती,कृति,इंन्दु ,पेमेश्वरि,वन्दना अश्वनी, पंकज ,विवेक का सराहनीय योगदान रहा.।

निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ पूनम निकुम्भ स.प्रा. शिक्षा विभाग डॉ सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी एवं विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी थी। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित  खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष प्रबंधन   स.प्रा  दीपाली किंगरानीस.प्रा  मंजू कनौजियास.प्रा  प्रेक्षा महादेवकर शर्मिला सामलवर्मा  तकनीकी सहायक राजभाषा विभाग  फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेडने का विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में मंच संचालन श्री छगनलाल नागवंशी राजभाषा अधिकारी फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेडमंच संचालनस.प्रा. संयुक्ता पाढ़ी विभागाध्यक्ष अंग्रेजी ने किया।धन्यवाद ज्ञापन फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड के राजभाषा अधिकारी श्री छगनलाल नागवंशी ने किया।