रायपुर. हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव को एक बार फिर बड़ी जिम्मे...
रायपुर. हिमाचल प्रदेश और गुजरात के
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस
सिंहदेव को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी दी है। प्रदेश की कमान संभालने के
बाद सीएम बघेल कांग्रेस के लिए ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम कर रहे हैं।
हालांकि उनके कैंपेन से किसी भी चुनाव में कांग्रेस को उम्मीद के अनुरूप
परिणाम नहीं मिला है। असम के विधानसभा चुनाव में सीएम बघेल और उनकी टीम ने
कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश की, लेकिन भाजपा की रणनीति के आगे उनका
चुनाव मैनेजमेंट फेल हो गया। उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस को पिछले चुनाव
से भी कम सीट मिली। हिमाचल का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाने के बाद अब भाजपा
बघेल पर निशाना साधा रही है। भाजपा ने तंज कसा है कि हिमाचल को कांग्रेस
मुक्त बनाने का जिम्मा भूपेश बघेल को मिला है।
देश में कांग्रेस की राजनीति में मुख्यमंत्री बघेल की भूमिका अहम मानी
जाती है। कठिन परिस्थितियों में पार्टी की चुनावी नैया पार कराने का
जिम्मा बघेल को सौंपा जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष
राहुल गांधी के साथ सीएम बघेल कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। लेकिन उम्मीद
के अनुरूप परिणाम नहीं आने पर पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने तंज कसा
है। डा रमन ने ट्वीट किया कि 'सूर्य नमस्कार" का लाभ अब हिमाचल को मिलेगा।
असम में लुटिया डुबाने और उत्तर प्रदेश में सूपड़ा साफ करने की अपार सफलता
के बाद अब भूपेश बघेल को कांग्रेस मुक्त हिमाचल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी
गई है। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो हिमाचल प्रदेश के
मतदाता हर चुनाव में सत्ताधारी दल को बदलने का काम करते हैं। यही कारण है
कि सीएम बघेल को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाने से भाजपा विचलित है।