नई दिल्ली . एक मशहूर कहावत है, ' प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती और हौसलों के उड़ान की कोई सीमा नहीं होती। इस कहावत को 81 साल के केर...
नई दिल्ली. एक मशहूर कहावत है, ' प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती और हौसलों के उड़ान की कोई सीमा नहीं होती। इस कहावत को 81 साल के केरल के एक पूर्व विधायक एमजे जैकब ने सच कर दिखाया है। इस उम्र में ज्यादातर लोग अपने पोते-पोतियों के साथ घर में खेल रहे होते हैं। उस उम्र में जैकब ने देश के लिए खेलते हुए वर्ल्ड मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो पदक जीते हैं।
जैकब ने रविवार को फिनलैंड में संपन्न हुई वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप (WMAC) 2022 में भारत के लिए 80 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ (hurdles events) में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। एथलीट मास्टर्स चैंपियनशिप में 35 वर्ष से अधिक आयु के एथलीट हिस्सा ले सकते हैं। जैकब ने 80 से अधिक वर्ग आयु के एवेंट्स में हिस्सा लिया था और दो मेडल अपने नाम किए।
'द
इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेडल जीतने के बाद जैकब ने
कहा, 'यह पहली बार है जब मैं वर्ल्ड लेवेल की किसी प्रतियोगिता में मेडल
जीत रहा हूं। मुझे नहीं पता कि यह एक बड़ी उपलब्धि है या नहीं। लेकिन
निश्चित रूप से, यह संतोषजनक है।'
यह जैकब की चौथी वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप है। इससे पहले वे फ्रांस (2015), ऑस्ट्रेलिया (2016) और स्पेन (2018) में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने एशियाई मास्टर्स में भी भाग लिया है। जैकब जापान (2014), सिंगापुर (2016), चीन (2017) और मलेशिया (2012) के एशियाई मास्टर्स गेम्स का हिस्सा रह चुके हैं।
2006 में, CPI(M) नेता ने केरल विधानसभा चुनाव में पिरावोम निर्वाचन क्षेत्र में चार बार के विधायक टीएम जैकब को हराया था। जैकब ने 1981-82 और 1998-99 में तिरुमराडी पंचायत अध्यक्ष और एर्नाकुलम जिला पंचायत सदस्य के रूप में भी काम किया। अब वह लगातार खेलों में आगे बढ़ रहे हैं।