भिलाई। तालपुरी के दोनों ब्लाकों के बीच स्थित मैन रोड को जोड़ने वाले बाइपास रोड में शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है। पंथी चौक से लेकर मैन रो...
भिलाई। तालपुरी के दोनों ब्लाकों के बीच स्थित मैन रोड को जोड़ने वाले बाइपास रोड में शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है।
पंथी चौक से लेकर मैन रोड तक छह वर्ष पूर्व बना यह बाइपास रोड महज 80-90 मीटर ही लंबा है, जो यहां से कुछ ही दूरी पर हर शनिवार को सब्जी मार्केट लगने के कारण और भी व्यस्त हो जाता है। जब से बाइपास रोड बना है, तब से यहां एक भी लाइट की व्यवस्था नहीं की गई है।
अब तो यह रोड संधारण न होने की वजह से ऊबड़-खाबड़ भी हो गया है। जिससे कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
इस बाइपास रोड के निर्माण में बी ब्लाक के निवासी तपन नाथ की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने इसके लिए लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क विभाग, हाउसिंग बोर्ड दफ्तर, भिलाई नगर निगम एवं कलेक्टर से लेकर दुर्ग विधायक अरुण वोरा तक कई बार दौड़ लगाई।
लेकिन सफलता तब हाथ लगी, जब विधायक वोरा ने पहल की। उस समय रोड तो बन गया, पर लाइट लगाने की सुध किसी ने नहीं ली। हाउसिंग बोर्ड और नगर निगम ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि यहां लाइट का बंदोबस्त करना हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं।
तब से लेकर अब तक यहां दिन ढलते ही अंधेरा व्याप्त हो जाता है। बाइपास रोड बनने से पहले पंथी चौक से चंद कदमों की दूरी पर बने मिडिल कट से वाहनों की आवाजाही होती थी, जिससे कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं।
नाम बड़े, दर्शन छोटे
तालपुरी बी ब्लाक में डैजी, डहलिया, जूही, मोगरा, ऑर्किड और पारिजात प्रकार के 3700 मकान बने हुए हैं। जहां हर वर्ग के लोग रहते हैं। बीएसपी, शिक्षा विभाग, रेलवे, हाउसिंग बोर्ड, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, जिला प्रशासन, नगर निगम के अधिकारियों समेत अधिवक्ता, उद्योगपति और व्यवसायी रहते हैं।