भिलाई । असल बात न्यूज़।। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत, कला विभाग ...
भिलाई ।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत, कला विभाग द्वारा विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का आयोजन किया गया l श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के निर्देशानुसार शपथ एवं वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया l
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ सावित्री शर्मा, प्राध्यापक, शिक्षा विभाग ने बताया कि इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने 2002 में बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस की स्थापना की थी l प्रतिवर्ष 12 जून को यह दिवस मनाया जाता हैl यह 5 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए उचित शिक्षा, उपयुक्त चिकित्सा सेवा एवं मौलिक स्वतंत्रता प्रदान करके एक सामान्य बचपन की गारंटी देता है l इस वर्ष की थीम है-- "बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण " l
कार्यक्रम की सराहना करते हुए महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने अपने उदबोधन में कहा की यह दिवस नकारात्मक मानसिक एवं शारीरिक चिंताओं के बारे में ज्ञान वृद्धि के लिए मनाया जाता है जिन्हें बाल श्रम में धकेले जाने वाले बच्चे दुनिया भर में सहन करते हैं l यह दिवस बाल श्रम में योगदान करने वाले कारणों से निपटने के लिए प्रभावी उपकरण बनाने की अवसर के रूप में कार्य करता है l महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हसा शुक्ला ने कहा कि बाल श्रम बहुत ही संवेदनशील विषय है l बाल मजदूरी रोकने और समाज में इसकी जानकारी देकर जागरूक करना हम सब का कर्तव्य है l आज जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है ,तो हमारा भी यह दायित्व है कि हम बाल श्रम को ना कहें एवं इसके खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लें l
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने शपथ ली, कि हम बाल श्रम को ना कहने , इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने, बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करने एवं बाल श्रम के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूकता फैलाने तथा बाल श्रम के खतरे को समाप्त करने और बच्चों के लिए एक स्वस्थ एवं प्रगतिशील समाज के निर्माण का संकल्प लेते हैं l भारत सरकार एवं रोजगार मंत्रालय की तरफ से लगभग 34 विद्यार्थियों ने ई सर्टिफिकेट प्राप्त किया l इस अवसर पर वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से प्रतिभागियों ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी l प्रथम स्थान श्यामसुंदर पटनायक एवं द्वितीय स्थान पर डेनिस कुमार रही l कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त प्रतिभागियों एवं समस्त प्राध्यापिका एवं विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा ।