दुर्ग. दुर्ग निगम ने बारिश के पहले शहर के नालों की सफाई पूरा करने का दावा किया था। लेकिन स्थिति इसके उलट नजर आ रही है। शंकरनाला और केलाबा...
दुर्ग. दुर्ग निगम ने बारिश के पहले शहर के नालों की सफाई पूरा करने का दावा किया था। लेकिन स्थिति इसके उलट नजर आ रही है। शंकरनाला और केलाबाड़ी नाला में अभी भी जगह-जगह कचरा नजर आ रहा है।यहां झाड़ियों की कटाई का काम भी नहीं किया गया है। स्थिति यह है कि नाला सफाई के लिए सत्तापक्ष दल के कांग्रेस पार्षदों को भी ज्ञापन सौंपना पड़ गया।जिले में मानसून की दस्तक हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों से कहीं रिमझिम तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। निगम प्रशासन द्वारा हर साल बारिश के पहले शहर के नालों की सफाई कराई जाती है। निगम प्रशासन ने इस साल भी बारिश से पहले नाला सफाई का काम पूरा करने का दावा किया था।
लेकिन स्थिति इसके उलट है। शहर के सबसे बड़े शंकरनाला की सफाई का काम अभी भी अधूरा है। एक किमी लंबे केलाबाड़ी नाला की सफाई अब तक नहीं कराई गई है। कसारीडीह नाला में सफाई का काम चल रहा है। यदि इस दौरान तेज बारिश होती है तो शंकर नगर,केलाबाड़ी और कसारीडीह के कुछ क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो सकती है।
शंकरनाला में झाड़ियों की कटाई नहीं
11 किमी लंबे शंकरनाला शहर के मध्य वार्डों से होकर गुजरता है। शंकरनगर वार्ड क्रमांक-10 के पार्षद शेखर चंद्राकर ने बताया कि विजय नगर क्षेत्र में नाले में झाड़ियां उग आई है इसकी कटाई अब तक नहीं की गई है। वहीं शंकर नगर क्षेत्र में नाले में जगह-जगह कचरा नजर आ रहा है। पिछले साल बारिश में शंकर नगर के दुर्गा चौक क्षेत्र के आसपास घरों में पानी भर गया था।
कांग्रेस पार्षद ने सौंपा ज्ञापन
दुर्ग निगम में कांग्रेस की सत्ता है। केलाबाड़ी नाला की सफाई के लिए वार्ड के कांग्रेसी पार्षद नजहत परवीन ने निगम आयुक्त के नाम पर ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि बारिश शुरू हो गई है लेकिन केलाबाड़ी नाला की सफाई अब तक नहीं की गई है। इसी तरह कसारीडीह नाला की सफाई के लिए यहां के कांग्रेसी पार्षद मनी गीते को भी ज्ञापन सौंपा है।