बिलासपुर। शहर के दीनदयाल कालोनी में रहने वाले युवकों ने कपड़ा मिल और एनजीओ में नौकरी दिलवाने के नाम पर बेरोजगारों के नाम पर बैंक खाते खुलव...
बिलासपुर। शहर के दीनदयाल कालोनी में रहने वाले युवकों ने कपड़ा मिल और एनजीओ में नौकरी दिलवाने के नाम पर बेरोजगारों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए। इसके बाद इन खातों में रंगदारी की रकम मंगाने लगे। शहर और आसपास के लोगों के बैंक खातों से एक करोड़ से अधिक का लेनदेन किया गया। इधर बेरोजगारों को इसकी जानकारी तक नहीं है। बदमाशों के दिल्ली पुलिस की पकड़ में आने के बाद मामला सामने आया है। पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट मामले की जांच कर रही है।
मंगला अभिषेक विहार निवासी शक्ति सिंह और दीनदयाल कालोनी में रहने वाले अफजल खान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने पंजाब के व्यापारी से 10 लाख स्र्पये रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया है। एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि शक्ति सिंह और अफजल खान कपड़ों का व्यवसाय करते थे। इसके कारण दोनों अलग-अलग राज्यों में जाते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात बिहार के गोपालगंज में रहने वाले राजा से हुई।
राजा के कहने पर उन्होंने बिलासपुर के कुछ लोगों को टेक्सटाइल मिल और एनजीओ में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और उनके नाम पर बैंक खाते खुलवा लिए। इसमें उनके गिरोह से जुड़े लोग बैंक फ्राड के स्र्पये जमा कराने लगे। इन खातों में एक करोड़ स्र्पये से अधिक के लेनदेन हुए हैं। इसी बीच आरोपित ने पंजाबी गायक मूसेवाला की हत्या के मामले में लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम आने पर इसका फायदा उठाने सोच लिया।
युवकों ने लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के नाम पर पंजाब के लुधियाना में रहने वाले एक व्यवसायी से 10 लाख की रंगदारी मांगी। व्यवसायी की शिकायत पर जांच के दौरान पंजाब पुलिस ने 12 जून को दिल्ली पुलिस से मदद मांगी। साथ ही इसकी जानकारी बिलासपुर पुलिस को भी दी गई थी। इस पर दिल्ली पुलिस ने युवकों को गुस्र्ग्राम से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। इसके आधार पर दिल्ली, पंजाब और बिलासपुर मामले की जांच कर रही है।
रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार आरोपित शक्ति सिंह मूलत: बिहार का रहने वाला है। कुछ सालों से वह बिलासपुर के दीनदयाल कालोनी में रहता है। यहां आकर उसने शादी भी कर ली है। वहीं, अफजल कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ का रहने वाला है। वह बिलासपुर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करता था। इसमें नुकसान होने के बाद वह कपड़ों का व्यवसाय करने लगा। बिहार के गोपालगंज में रहने वाले राजा के कहने पर उन्होंने 25 बैंक खाते और एटीएम की व्यवस्था की। इसके एवज में उन्हें प्रत्येक खाते के एवज में 25-25 हजार स्र्पये मिले थे।
एएसपी सिटी उमेश कश्यप ने बताया कि युवकों का नाम गैंगस्टर्स से जुड़े होने के कारण पुलिस इसकी गोपनीयता से जांच कर रही थी। पंजाब और दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में 12 जून को जानकारी भेजकर मदद मांगी थी। इसके बाद से एसीसीयू की टीम उनकी जानकारी जुटा रही थी। मामले में मिली जानकारियों के बाद बिलासपुर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।