भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन से पावर प्लांट-1 के लिए कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से बायलर कोल भेजा जाता है। इसी बेल्ट के नीचे मधु...
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन से पावर प्लांट-1 के लिए कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से बायलर कोल भेजा जाता है। इसी बेल्ट के नीचे मधुमक्खियों का छत्ता था, यहां काम करने वाले दो ठेका श्रमिकों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया।
मधुमक्खियों के डंक की वजह से ठेका श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए पहले मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया इसके बाद सेक्टर-9 अस्पताल में भेज दिया गया।
बीएसपी के कर्मचारियों ने बताया कि बुधवार की दोपहर 12 बजे कन्वेयर बेल्ट नंबर 177 के नीचे मधुमक्खियों का छत्ता लगा हुआ था।
यह कन्वेयर बेल्ट 30 मीटर ऊंचाई पर है, जहां पर ठेका श्रमिक रवि कुमार और राजेश कुमार काम कर रहे थे। इसी दौरान मधुमक्खियों के छत्ते में कुछ लग गया। इसके बाद मधुमक्खियों ने दोनों ठेका श्रमिकों के पर जोरदार हमला कर दिया। मधुमक्खियों के डंक के कारण श्रमिक काफी घायल हो गए हैं। जिन्हें बीएसपी के मेन मेडिकल पोस्ट में लाया गया।
पहले ऐसे छत्तों को हटाने के लिए होता था ठेका
बीएसपी द्वारा संयंत्र के भीतर टाउनशिप के सार्वजनिक बिल्डिंगों में मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने के लिए ठेका दिया जाता था। जिसके तहत सेक्टर-9 अस्पताल से लेकर अन्य सभी सार्वजनिक स्थानों पर लगे मधुमक्खियों के छत्ता को हटा दिया जाता था।
अब ठेका नहीं दिया जा रहा है इसकी वजह से जहां पर भी मधुमक्खियों का छत्ता लगा हुआ है वहां पर उनकी संख्या काफी बढ़ गई है। ऐसे में वहां काम करने वाले कर्मचारी व ठेका श्रमिक मधुमक्खियों के हमले का शिकार हो रहे हैं
बीएसपी हर जगह कास्ट कंट्रोल कर रहा है ऐसी स्थिति में ठेका श्रमिकों को अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने की मजबूरी हो गई है। बीएसपी प्रबंधन से मांग की गई है कि जहां जहां पर इस तरह से मधुमक्खियों का छत्ता है उसे हटाया जाए ताकि ठेका श्रमिक अथवा कार्मिक घायल ना हों।