Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

3 अक्टूबर तक संभलकर रहें, इन 6 राशि वालों पर प्रभाव डालेंगे शनि देव

  हिंदू पंचांग के मुताबिक सभी 9 ग्रह एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। ग्रहों के गोचर होने से इसका असर सभी राशि...

Also Read

 


हिंदू पंचांग के मुताबिक सभी 9 ग्रह एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। ग्रहों के गोचर होने से इसका असर सभी राशियों पर होता है। शनि की वक्री चाल का भी सभी राशियों पर नकारात्मक असर होता है तो कुछ राशियों को अच्छा फल भी मिलता है। शनि 5 जून से विपरीत दिशा में चल रहे हैं। वक्री शनि अब 141 दिन बाद गोचर करेंगे। ज्योतिष के अनुसार रविवार 23 अक्टूबर 2022 की सुबह 09:37 बजे शनि गोचर करेंगे यानी शनि फिर से अपनी सीधी चाल शुरू करेंगे। ऐसे में शनि के वक्री होने से इन राशियों पर असर होगा - 

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों पर शनि की वक्री चाल से सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। धैर्य और लगन से काम लें। तर्क-वितर्क से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

सिंह राशि

इस राशि के लोग काफी आत्मविश्वासी माने जाते हैं, लेकिन शनि वक्री होने से आपका आत्मविश्वास टूट सकता है। असफलता का सामना करना पड़ सकता है। करियर के प्रति सावधानी रखनी होगी। आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

कन्या राशि

शनि की वक्री चाल का प्रभाव देखने को मिलेगा। व्यवसाय और करियर में सावधान रहने की जरूरत है। पैसों के लेनदेन में सावधानी बरतें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों पर वक्री शनि का मिला-जुला असर देखने को मिल सकता है। परिवार में अशांति रहेगी। मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं, ऐसे में इन जातकों को अपने कार्य के प्रति ज्यादा सतर्क रहना होगा।

वृश्चिक राशि

शनि की उलटी चाल का बुरा प्रभाव पड़ सकता है. शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए आपको शनिवार के दिन शनिदेव को काले तिल और तेल का भोग लगाना चाहिए। यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।

कुम्भ राशि

शनि की वक्री गति का प्रभाव कुम्भ राशि के जातकों पर भी देखने को मिलेगा। हर मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। शनिवार को स्नान करने के बाद शनि मंदिर में पूजा करने से लाभ मिलेगा।