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केन्द्रीय बजट में कर्मचारी- अधिकारियों के हित की उपेक्षा- फेडरेशन

    प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री को कर्मचारी कल्याण के मुद्दों पर विचार करने ध्यानाकर्षण पत्र लिखेगा फेडरेशन रायपुर । असल बात न्यूज़।। -छत्त...

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 प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री को कर्मचारी कल्याण के मुद्दों पर विचार करने ध्यानाकर्षण पत्र लिखेगा फेडरेशन

रायपुर ।

असल बात न्यूज़।।

-छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा,सचिव राजेश चटर्जी, मुख्य प्रवक्ता विजय झा,प्रवक्ता बी पी शर्मा,महामंत्री आर के रिछारिया,कोषाध्यक्ष सतीश मिश्रा,संगठन मंत्री संजय सिंह ने केन्द्रीय बजट पर कहना है कि 1 जनवरी 2004 से नियुक्त कर्मचारी-अधिकारियों को केंद्रीय बजट में पुराने पेंशन योजना को बहाल करने की घोषणा का बेसब्री से इंतज़ार था। आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 C  के अधीन वित्तीय वर्ष 2014-15 से 1.5 लाख रुपये तक की छूट आज पर्यन्त प्रभावशील है। जबकि केंद्र सरकार को सातवें वेतनमान के अनुपात में  वार्षिक आय पर छूट तथा आयकर स्लैब में 5 लाख तक के आय को करमुक्त किया जाना अपेक्षित था।केवल पेंशन टैक्स में छूट देकर पेंशनर्स को राहत दिया गया है।

   फेडरेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों में बचत की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से धारा 80 C के अधीन छूट की राशि के अधिकतम सीमा को 2.5 लाख किया जाना अपेक्षित था। वहीं कर योग्य आय पर 5 लाख रूपयों तक के आय को आयकर से मुक्त करने पर माध्यम वर्ग के कर्मचारियों को देश में महंगाई के चरम सीमा के बीच राहत मिलता। केंद्र सरकार भले ही 5 लाख तक के आय को को आयकर अधिनियम की धारा 87 A को ₹ 12500 का छूट देकर आयकर से मुक्त करने का ढ़ोल पीट रही है। वास्तविकता यह है कि यदि आय 5 लाख से 1 ₹ भी अधिक हुआ तो 12500 ₹ का टैक्स देना ही पड़ेगा। टैक्स स्लैब में 5 % के बाद सीधे 20 % दर किये जाने से माध्यम वर्गीय आय के करदाताओं पर आर्थिक भार बढ़ गया है।

        फेडरेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि मेडिकल भत्ता, गृहभाड़ा भत्ता अनुसूचित क्षेत्र भत्ता,नगर क्षति पूर्ति भत्ता, गतिरोध भत्ता को वार्षिक आय में जोड़ना उचित नहीं है। केंद्र सरकार को इस पर विचार करना चाहिये। अनुसूचित भत्ता(बस्तर भत्ता) 600 ₹ अधिकतम मिलता है।जिसमें 200 ₹ पर छूट है। शेष राशि पर करदाता के स्लैब अनुसार 20% एवं 30 % आयकर देय है।


     छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से जुड़े विभिन्न कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी नेता डॉ. लक्ष्मण भारती, बिन्देश्वर राम रौतिया,ओंकार सिंह,पंकज पाण्डेय,चन्द्रशेखर तिवारी,डी एस भारद्वाज,बिरेन्द्र नाग,सत्येन्द्र देवॉगन,राम सागर कोसले,दिनेश रायकवार,प्रशांत दुबे,मूलचंद शर्मा,शशिकांत गौतम,मनीष ठाकुर,आर एन ध्रुव,देवलाल भारती,अजय तिवारी,यशवंत वर्मा,श्रीमती रंजना ठाकुर, सत्यदेव वर्मा, हरिमोहन सिंह,राकेश शर्मा, राकेश सिंह,रमेश ठाकुर,रवि गढ़पाले, शंकर वराठे,दिलीप झा, अश्वनी वर्मा,नीरज प्रताप सिंह, अश्वनी चेलक,सतीश ब्यौहरे, अनिल देवांगन,बजरंग मिश्रा, टार्जन गुप्ता,तुलसी राम साहू, होरीलाल छेदैय्या, गोपाल साहू, एम.एल.चन्द्राकर, केदार जैन, संजीव सिरमौर,उमेश मुदलियार, आमोद श्रीवास्तव,संतोष वर्मा