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स्थानीय निकाय चुनाव में बैकुंठपुर में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का सामना करना पड़ा, तीन जनवरी को है भिलाई चरोदा के महापौर का चुनाव,

  रायपुर, दुर्ग, कोरिया। असल बात न्यूज़।।  स्थानीय निकाय चुनाव में पार्षद पदों के चुनाव का परिणाम आ जाने के बाद प्रदेश में अब इसके अध्यक्ष औ...

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 रायपुर, दुर्ग, कोरिया।

असल बात न्यूज़।। 

स्थानीय निकाय चुनाव में पार्षद पदों के चुनाव का परिणाम आ जाने के बाद प्रदेश में अब इसके अध्यक्ष और सभापति के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ज्यादातर स्थानीय निकायों में कांग्रेस को बहुमत हासिल हुआ है लेकिन कोरिया में बहुमत आने के बावजूद  कांग्रेस को जिस तरह से क्रास वोटिंग के चलते नुकसान का सामना करना पड़ा है उससे उसे बड़ा झटका लगा है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और शिवपुर चरचा के उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस को क्रास वोटिंग का सामना करना पड़ा है जिसके चलते  इन पदों पर उसके प्रत्याशियों को नुकसान उठाना पड़ा है। यहां क्रॉस वोटिंग को कांग्रेस ने अत्यंत गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए तत्काल कमेटी की घोषणा कर दी है। इधर तीन जनवरी को दुर्ग जिले में नगर निगम भिलाई 3 चरोदा के महापौर का चुनाव होने जा रहा है जिसकी और पूरे प्रदेश की नजर लगी हुई है।

स्थानीय निकाय के चुनाव में महापौर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदों के चुनाव में क्रास वोटिंग होने की खबरें आ रही हैं। इन खबरों के आने के बाद राजनीतिक गलियारे में नई हलचल मच गई है। और अब लग रहा है कि जैसा दिख रहा है राजनीति में वैसा ही होने वाला नहीं है। वैसे राजनीति में अक्सर कहा जाता है कि यहां कुछ भी संभव हो सकता है। बैकुंठपुर जिले के क्रास वोटिंग के मामले ने पूरे कांग्रेसी खेमे को हिला कर रख दिया है। इसके बारे में यही कहा जा रहा है कि कांग्रेसी खेमे में जो अंदरूनी गुटबाजी, आपसी खींचातानी और वैमनस्य की कतिपय भावनाएं थे वह अब स्थानीय निकाय के चुनाव में सतह पर आ रही है। प्रदेश कांग्रेस ने बैकुंठपुर के क्रॉस वोटिंग के मामले की जांच के लिए तत्काल कमेटी का गठन कर दिया है जिसके अध्यक्ष पूर्व विधायक बोधराम कंवर बनाए गए हैं। इसमें दो अन्य सदस्य भी शामिल किए गए हैं। इस जांच की रिपोर्ट जल्दी आ जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

भिलाई चरोदा नगर निगम में पार्षदों के 40 पद हैं। इसके लिए चुनाव हुआ है।  यहां बहुमत हासिल करने के लिए 21 पार्षदों का एक साथ होना जरूरी है। लेकिन महापौर बनने के लिए अंदरूनी गुटबाजी भी लगातार जारी रहने की खबरें आ रही हैं।

स्थानीय निकाय चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है तथा कहा है किजनता ने ठुकरा दिया तो भारतीय जनता पार्टी खरीद फरोख्त कर रही है।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला .ने भाजपा द्वारा चार  नगर निगम में महापौर, सभापति और दो नगर पालिकाओं में अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा जनता द्वारा ठुकरा दिए जाने के बाद अब पार्षदों की खरीद फरोख्त करने की कोशिश रही है। वैकुण्ठपुर और चरचा में उसने जनादेश को पलटने की साजिश रची और अब चार नगर निगम तथा दो नगर पालिका में पार्षद खरीदी का ठेका दिया है। भाजपा का चरित्र एक बार फिर जनता के सामने आ गया है।

  श्री शुक्ला  ने कहा कि भाजपा कह रही है कि कांग्रेस में सत्ता संघर्ष चल रहा है तो यह राज्य की जनता हर रोज देख रही है कि कांग्रेस की सरकार, उसके नगरीय निकाय और पंचायत निकाय जनता के हित में तेजी से काम कर रहे हैं, इसीलिए छत्तीसगढ़ के हर चुनाव में भाजपा का सफाया हो रहा है। संघर्ष तो भाजपा में चल रहा है, जहां प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन पर हर मौके पर भारी पड़ रही हैं। भाजपा यह बताए कि प्रभारी बदलेगी या रमन सिंह को संन्यास लेना होगा।

  प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला  ने कहा कि खरीद फरोख्त और लोकतंत्र के नैतिक मूल्यों की हत्या करना भाजपा का मूल चरित्र हैं। महाराष्ट, गोवा, मध्यप्रदेश के उदाहरण देखे जा सकते हैं।छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस का प्रत्याशी खरीदा, अब पार्षद खरीदी का ठेका नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, सांसद सुनील सोनी, संतोष पांडेय और अन्य पेशेवर कारोबारियों को दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को भी यह ठेका दिया जाना चाहिए था।

  प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जिस चुनाव में भाजपा ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी को सड़क पर उतार दिया, तब भी जनता द्वारा खारिज कर दी गई, वह भाजपा अब पार्षद खरीद रही है तो यह समझा जा सकता है कि इनका कितना पतन हो चुका है। विपक्ष में रहते हुए जनता के हित में तो रचनात्मक भूमिका निभाने की कोई उम्मीद इनसे है ही नहीं, लेकिन ये लोकतंत्र पर डाका जरूर डालना चाहते हैं।