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स्वरूपानंद महाविद्यालय में बाल श्रम प्रतिबंध विषय पर पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता

  भिलाई। असल बात न्यूज़।।   स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत , श्रम मंत्रालय एवं रो...

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भिलाई।

असल बात न्यूज़।।

 स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत , श्रम मंत्रालय एवं रोजगार मंत्रालय के निर्देशानुसार बाल मजदूरी प्रतिबंध जागरूकता अभियान के तहत पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया l इसका विषय था "से नो टू चाइल्ड लेबर एंड राइज अगेंस्ट इट" l विद्यार्थियों ने पोस्टर एवं स्लोगन के माध्यम से अपने विचारों के अभिव्यक्ति प्रस्तुत कीl 

कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए संयोजिका डॉ. सावित्री शर्मा ने कहा कि बाल श्रम बहुत ही संवेदनशील विषय है l बाल मजदूरी रोकने और समाज में इसकी जानकारी देकर उनको अवगत कराना हम सबकी जिम्मेदारी है lबाल मजदूरी के अंतर्गत मजबूरी में या स्वयं के फायदे के लिए जब कभी भी 14 वर्ष के नीचे के बच्चों से काम कराया जाता है ,तो यह बाल मजदूरी श्रेणी के अंतर्गत आता हैl ऐसे बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं ,जो किसी भी देश और समाज के लिए उचित नहीं हैl 

महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ दीपक शर्मा ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए पोस्टर एवं स्लोगन की सराहना करते हुए कहा की विद्यार्थियो  द्वारा श्रम जागरूकता अभिव्यक्ति का यह प्रशंसनीय प्रयास है l उन्होंने कहा कि बाल श्रम वास्तव में एक सामाजिक समस्या है ,जो बच्चों को मानसिक एवं शारीरिक नुकसान पहुंचाती हैं l बाल श्रम से बच्चों को बचाने की जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की है, क्योंकि यह सामाजिक बीमारी पूरे समाज को खोखला कर रही हैl हमें इन बच्चों को निशुल्क अनिवार्य शिक्षा की तरफ अग्रसर करना है जिससे वह लाभान्वित हो सके l अभियान के तहत महाविद्यालय के विद्यार्थियों, एवं शैक्षणिक स्टाफ द्वारा बाल श्रम प्रतिबंध जागरूकता संबंधी  प्रतिज्ञा पत्र पढ़कर शपथ ली गईl

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने  कहा कि  हमारे समाज में इतने शिक्षित होने के के बाद भी बाल मजदूरी ना केवल पनप रही है ,अपितु उस में लगातार वृद्धि हो रही है l यह समाज के लिए अभिशाप है ,क्योंकि ऐसे बच्चों का बचपन उनसे छीन लिया जाता है और वह समय से पहले ही वयस्क हो जाते हैंl जिसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी उन पर पड़ता है l

प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष ,हिंदी एवं डॉ अजीता साजिद विभागाध्यक्ष ,वाणिज्य विभाग थीl  प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे lपोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान जी दिव्या श्री बीएससी अंतिम माइक्रोबायोलॉजी ,द्वितीय  स्थान रोमिका मानकर , बीएड-प्रथम सेमेस्टर तृतीय स्थान अनीशा सिंह बीएससी द्वितीय-माइक्रोबायोलॉजी ,एवं सांत्वना पुरस्कार बबली यादव बीएड-प्रथम सेमेस्टर ने प्राप्त किया l स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम -स्थान पर अपूर्व चंद्रवंशी, एमएससी तृतीय सेमेस्टर माइक्रोबायोलॉजी एवं द्वितीय स्थान पर तेजेश्वर कुमार एमएससी माइक्रोबायोलॉजी रहेl कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ शमा  बैग विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी एवं डॉ मंजू कनौजिया प्राध्यापिका शिक्षा विभाग का विशेष योगदान रहा l