रायपुर, ।

असल बात न्यूज़।।

खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में खाद्यान्न भण्डारण की व्यवस्था तथा खाद्यान्न के परिवहन के लिए कार्ययोजना बनाने के संबंध में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली। मुख्य सचिव ने कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित मिलो की पूरी मिलिंग क्षमता के साथ धान की मिलिंग करने और एफसीआई के निर्धारित रैक पाइंट तक पहुंचाने के निर्देश दिए है।

 उन्होंने कहा है कि आगामी दिनों में एफसीआई के गोदामों में प्रतिदिन 15 हजार मीटरिक टन चावल जमा करना सुनिश्चित किया जाए। एफसीआई को चावल के परिवहन के लिए जनवरी माह में भी रैक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी को दिए गए है। श्री जैन ने चावल के परिवहन के लिए रेल्वे द्वारा उपलब्ध रैक के अतिरिक्त समान खाली कर वापस जाने वाले कॉनकॉर (कंटेनर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) के कंटेनर का भी उपयोग करने का सुझाव दिया है। उन्होंने चावल के अधिक मात्रा में परिवहन के लिए चिन्हित जिलों के आस-पास रेल्वे के लिए अतिरिक्त रैक पाइंट निर्धारित करने कहा है। श्री जैन ने प्रतिदिन के अनुसार नॉन और एफसीआई में चावल जमा करने के लिए जिलावार लक्ष्य का निर्धारण करने और इस अनुसार जिलों के द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए है। उन्होंने चावल की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने कहा है। 

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम में चावल के परिवहन के लिए रेल्वे के द्वारा पर्याप्त रूप से रैक उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक एफसीआई में कुल एक लाख 97 हजार 604 मीटरिक टन और नॉन में 92 हजार 683 मीटरिक टन चावल जमा किया जा चुका है। आगामी दिनों में चावल जमा करने की गति में तेजी लायी जाएगी। बैठक में सचिव खाद्य श्री टोपेश्वर वर्मा, नोडल अधिकारी एवं विशेष सचिव खाद्य श्री मनोज सोनी, प्रबंध संचालक राज्य नागरिक आपूर्ति निगम श्री निरंजनदास, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी खाद्य श्री मोहम्मद कैसर अब्दुल हक, प्रबंध संचालक मार्कफेड सुश्री किरण कौशल उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में राज्य चीफ फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन मेनेजर साउथ ईस्ट सेंट्रल रेल्वे बिलासपुर, ईस्ट कोस्ट रेल्वे चंद्रशेखरपुर (ओडिसा), महाप्रबंधक भारतीय खाद्य निगम रायपुर, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम नवा रायपुर और क्षेत्रिय प्रबंधक केन्द्रीय गृह भण्डार निगम भोपाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।