Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

भिलाई में खुलना चाहिए "एम्स""

  रायपुर,भिलाई। असल बात न्यूज़।। 0 अशोक त्रिपाठी आज पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, विस्तार की बात की जा रही है। प्रधानमंत्री नरे...

Also Read

 रायपुर,भिलाई।

असल बात न्यूज़।।

0 अशोक त्रिपाठी

आज पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने, विस्तार की बात की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज खोलने पर जोर दिया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के फैलाव से छत्तीसगढ़ राज्य में दुर्ग जिले को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। कोविड-19 से जितनी जन क्षति यहां हुई है उससे पैदा दहशत लोगों के जेहन में आज भी मौजूद नजर आता है। ताजा हालात में यहां अभी भी लोगों में स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधा को लेकर लोगों में बड़ी चिंता है। यह मांग तेजी से उठ रही है कि दुर्ग जिले में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की एक शाखा भिलाई में आवश्यक रूप से खुलनी चाहिए।

कोविड-19 ने लोगों को झकझोर दिया है। इस महामारी के संक्रमण के फैलाव के दौरान सभी ने इलाज, स्वास्थ्य सुविधा, जान बचाने के लिए लोगों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भागते देखा है। कईयों को अस्पताल में बेड नहीं मिला। ऑक्सीजन नहीं मिला। समय पर डॉक्टर नहीं मिले और उन मरीजों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। ऐसे भी हालात थे कि कहीं एक एक रूम में ही दस,10 कोरोना पीड़ितों को भर दिया गया था। दबाव और पैसे की वजह से मरीजों को बेड तो दिया दिया गया लेकिन वहां डॉक्टर आए थे। मरीजों को इलाज की सुविधा नहीं मिल सकी। अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद सैकड़ों लोगों की जान चली गई। निश्चित रूप से यह समुचित इलाज नहीं मिलने की वजह से ही हुआ। ऐसे में सभी का स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधा  को बेहतर बनाने, इसकी सुविधाओं का विस्तार करने की ओर ध्यान गया है। Covid-19 की हलचल, सक्रियता अभी बनी हुई है और लोगों में कतिपय दहशत जरूर व्याप्त है।

दुर्ग जिले के आधुनिक नगर भिलाई की एजुकेशन और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अपनी अलग पहचान रही है। लेकिन ताजा हालात में जो सुविधाएं उपलब्ध थी वह नाकाफी साबित हो रही है। इन सुविधाओं को अधिक बढ़ाने ,आधुनिक करने की जरूरत महसूस की जा रही है। यह तो हमेशा से कहा जाता रहा है कि नया छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद दुर्ग जिले, भिलाई की सबसे अधिक उपेक्षा हुई है और इन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। कई मामलों में यह जिला काफी पीछे चला गया है। भिलाई जैसे औद्योगिक शहर में कई वर्षों से पीलिया और दूसरी संक्रामक बीमारियो से लोगों की लगातार मौत हो रही है। यह सिलसिला अभी भी थमा नहीं है। भिलाई की जो पहचान थी, हरा भरा शांतिपूर्ण नगर वह खो सी गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स झज्जर में, कैंसर का इलाज कराने आने वाले मरीजों की बड़ी सहूलियत के लिए नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में नवनिर्मित विश्राम सदन कार्स लोकार्पण किया। माना जा रहा है कि यह विश्राम सदन मरीजों और उनके रिश्तेदारों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। कैंसर जैसी बीमारी में इलाज के लिए मरीज और उसके रिश्तेदारों को बार-बार अस्पताल जाना आना ही पड़ता है। कभी – कभी डॉक्टर से सलाह, कभी कोई जांच, कभी रेडियो-थेरेपी, कभी कीमो-थेरेपी। ऐसे में बहुत बड़ी दिक्कत उन्हें ये होती है कि रुके कहां, ठहरे कहां? अब नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में आने वाले मरीजों की ये तकलीफ काफी कम हो जाएगी। खासतौर पर हरियाणा के लोग, दिल्ली और आसपास के लोगों, उत्तराखंड के लोग को इससे बहुत बड़ी मदद मिलेगी।

इसी दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल एजुकेशन के अभूतपूर्व विस्तार में पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच यही साझेदारी से  हो रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि  आज जब हम देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज बनाने पर बल दे रहे हैं, तो इसमें प्राइवेट सेक्टर का रोल भी बहुत अहम है। इसी भागीदारी को बल देने के लिए मेडिकल एजुकेशन से जुड़ी गवर्नेंस में बहुत बड़े रिफॉर्म्स किए गए हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन का गठन होने के बाद, भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज खोलना और आसान हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधाओं की कमी की ओर चिंता जाहिर की है तो निश्चित रूप से भिलाई के लोगों का भी इन कमियों की ओर ध्यान गया है। दुर्ग जिले की जनसंख्या काफी बड़ी है। उस अनुपात में यहां निश्चित रूप से स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधा में बढ़ोतरी नहीं हुई है।


प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि एक सशक्त हेल्थकेयर सिस्टम विकसित करने की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। गांव-गांव तक फैले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, ई-संजीवनी द्वारा टेली-मेडिसीन की सुविधा, हेल्थ सेक्टर में ह्यूमन रीसोर्स डवलपमेंट, नए मेडिकल संस्थानों का निर्माण, देश के कोने-कोने में इससे जुड़ा काम चल रहा है। ये संकल्प निश्चित रूप से बहुत बड़ा है। लेकिन अगर समाज और सरकार की पूरी ताकत लगेगी तो हम लक्ष्य को बहुत जल्दी हासिल कर पाएंगे।

जो ताजा कदम उठाए जा रहे हैं उससे लग रहा है कि देश में निश्चित रूप से स्वास्थ्य तथा चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार की ओर कदम उठाए जा रहे हैं। भिलाई में एक healthy और wealthy future के लिए हम सभी को मिलकर काम करते  रहना होगा। और ये सबके प्रयास से ही होगा, समाज की सामूहिक शक्ति से ही होगा। भिलाई को नया AIIMS मिलता है तो निश्चित रूप से यह सौगात यहां सब के लिए बड़ी खुशियां लेकर आएगी। कोरोना के संक्रमण के फैलाव से जो हालात पैदा हुए थे उसे देखते हुए यह स्वास्थ्य चिकित्सा सुविधा अत्यंत जरूरी भी है।