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छत्तीसगढ़ सरकार श्री राम के आदर्श सूत्रों पर चलकर कर रही हैं जनसेवा: श्री अमरजीत भगत

  *जनसेवा के लिए श्री राम की आदर्श व्यवस्था की अवधारणा ही राम राज्य है: अभिनेता श्री आशुतोष राणा *राष्ट्र निर्माण एवं राम राज्य विषय पर परिच...

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*जनसेवा के लिए श्री राम की आदर्श व्यवस्था की अवधारणा ही राम राज्य है: अभिनेता श्री आशुतोष राणा

*राष्ट्र निर्माण एवं राम राज्य विषय पर परिचर्चा

रायपुर ।

असल बात न्यूज़।।

 संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा है कि वास्तव में छत्तीसगढ़ के कण-कण में श्री राम व्याप्त है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार राम राज्य के आदर्श सूत्रों पर चलकर जनसेवा का कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा श्री राम के वनवास काल के छत्तीसगढ़ आगमन के चिन्हांकित स्थलों को राम वन गमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। मंत्री श्री भगत ने फिल्म अभिनेता श्री आशुतोष राणा द्वारा लिखित किताब ‘राम राज्य‘ पर राष्ट्र निर्माण एवं राम राज्य विषय पर आज आयोजित परिचर्चा में इस आशय के विचार व्यक्त किए। परिचर्चा का आयोजन संस्कृति विभाग द्वारा सिविल लाईन स्थित नवीन विश्राम गृह भवन में किया गया।  

मंत्री श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है। यहां के पहाड़-पर्वत, नदी-नाले, झरने और पर्यटन स्थल फिल्मांकन के दृष्टिकोण से बेहतर है। श्री भगत ने बताया कि छत्तीसगढ़ को धान के कटोरा के नाम से जाना जाता है। किसान जब फसल की खेप को काठा से नापते है तो उसे राम कहा जाता है। इसके अलावा व्यवहार में भी राम व्याप्त है, जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से मिलते है तो राम-राम के नाम से अभिवादन करते हैं। 


उन्होंने परिचर्चा के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर राज्य में बेहतर फिल्म नीति निर्माण के संबंध में भी जानकारी दी। श्री भगत ने कहा कि नई फिल्म नीति बनने से अब फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को बेहतर अवसर मिलेगा। छत्तीसगढ़ की प्रतिभाओं को बड़े पर्दों पर अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की फिल्म नीति में कलाकारों, टेक्नीशियनों, निर्माता-निर्देशकों तथा अन्य विधा से जुड़े लोगों के हित में भी प्रावधान किया गया है। 


अभिनेता श्री आशुतोष राणा ने परिचर्चा में कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सहित पूरी दुनिया में राम विचार और व्यवहार के रूप में व्याप्त है। उन्होंने राम के चरण की अपेक्षा राम को आचरण में लाने पर बल दिया। श्री राणा ने कला के बारे में कहा कि बीते हुए कल की व्यवस्था और आने वाले कल की व्यवस्था को आज में ले आए, वहीं कला है। उन्होंने कहा कि हजारों वर्ष पहले न जाने कितने शासक आए, लेकिन श्रीराम के प्रशासन में जो आदर्श व्यवस्थाएं परिकल्पना में है, वहीं राम राज्य है। परिचर्चा में जांजगीर-चांपा के रामनामी समुदाय का प्रतिनिधिमंडल विशेष रूप से शामिल हुआ। रामनामी समुदाय के प्रतिनिधियों ने परिचर्चा के दौरान अभिनेता श्री आशुतोष राणा से सौजन्य मुलाकात की और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद भी दिया। परिचर्चा के दौरान मंत्री श्री अमरजीत भगत ने अभिनेता श्री आशुतोष राणा को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा से भरपूर ‘आनी-बानी के छत्तीसगढ़‘ किताब भेंट की। श्री राणा ने भी श्री मंत्री भगत को स्वयं द्वारा लिखित ‘राम राज्य‘ पुस्तक भेंट की। 


  इस मौके पर संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी., संचालक श्री विवेक आचार्य, पर्यटन मंडल प्रबंध संचालक श्री यशवंत कुमार, राज्य योजना आयोग के सलाहकार श्री गौरव द्विवेदी सहित फिल्म विधा से जुड़े लोग  उपस्थित थे।