कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य अधोसंरचना को मनाया जा रहा है मजबूत

राजनांदगांव जिले में सतर्कता बढ़ाई गई, दुर्ग जिले में और कड़े उपाय करने की जरूरत 

दुर्ग, राजनांदगांव। असल बात न्यूज।।

कोरोना के नए संक्रमण के फैलाव के दुर्ग जिले में आज 4 और राजनांदगांव जिले में 2 नए मामले मिले हैं। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में 1 दिन पहले एक ही कॉलोनी में 3 में संक्रमित मिले थे। इन स्थितियों को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है तथा स्वास्थ्य और सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है।राजनांदगांव जिले के बार्डर में अन्य राज्य से आने वाले हर व्यक्ति तथा सभी कोविड-19 संदेहास्पद व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से सैम्पल लिया जा रहा है।

राजनांदगांव जिले  में कोविड -19 मरीजों के त्वरित पहचान हेतु स्वास्थ्य विभाग को जिले के बॉर्डर क्षेत्र एवं बाहर से आने वाले हर व्यक्ति तथा सभी कोविड संदेहास्पद व्यक्तियों जिन्हें सर्दीखांसीबुखार आदि अन्य लक्षण हैं उनका कोविड सैम्पल टेस्ट अनिवार्य रूप से करने के लिए निर्देशित किया गया है। जिले के नागरिकों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने हेतु जिले में पहले से ही कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर सुरक्षित टीका सुरक्षित परिवार अभियान चलाया जा रहा है। जिसके सफल परिणाम भी सामने आ रहे हैं। जिले में अब तक दस लाख पात्र हितग्राहियों को कोविड वैक्सिनेशन कराया जा चुका है।

 जिले में स्कूल खुलने को ध्यान में रखकर जिले के सभी स्कूलों के शिक्षकों का भी अनिवार्य रूप से कोविड टीकाकरण करने को निर्देशित किया है। जिले में कोविड -19 के प्रथम एवं द्वितीय लहर के दौरान संचालित किये गए सभी शासकीय और निजी कोविड केयर सेंटर में भी आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे आवश्यकता पडऩे पर कोविड मरीजों का उपचार कोविड केयर सेंटर्स के माध्यम से भी किया जा सके। कोविड मरीजों के उपचार सम्बन्धी समस्त उपकरणों जैसे वेंटीलेटर्सईसीजी मशीनइन्फ्रारेड थर्मामीटरपल्स ऑक्सीमीटरऑक्सीजन सिलेंडरऑक्सीजन पाईपलाइनऑक्सीजन कंसेंट्रेटर आदि के बेहतर रख-रखाव के भी निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सकीय मशीनों के मरम्मत के लिए भी योग्य मैकेनिकों का चिन्हांकन किया जा रहा है।
  कार्यों के अतिरिक्त जिले के शासकीय अस्पतालों के चिकित्सकोंनर्सिंग स्टाफ एवं लैब टेक्निशियन आदि अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए कोविड के जांच एवं उपचार लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी कराये जा रहे हैं। जिससे आवश्यकता होने पर जिले के शासकीय अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित स्टाफ उपलब्ध रहें।